मध्य प्रदेश में लगातार शराब बंदी को लेकर आवाज उठाने वाली उमा भारती ने अब बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि नई शराब नीति के लिए अब वह अपने घर में नहीं रहेंगी। किसी टेंट या झोपड़ी में आराम कर लेंगी। इसके साथ ही उमा भारती ने शराब के खिलाफ 14 जनवरी 2023 तक प्रदेश भर में भ्रमण करने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि सरकार को शराब से मिलने वाले राजस्व के विकल्प तलाशने चाहिए।
शराब नीति को लेकर बोलीं उमा भारती
उमा भारती ने कहा है कि शराब और नशे से लोग बर्बाद हुए हैं। शराबी पति के इलाज के लिए महिलाओं को अपने मंगलसूत्र तक बेचने पड़े हैं। उसके मर जाने से महिलाओं को दूसरों के घर में साफ-सफाई और खाना बनाने, बर्तन साफ़ करने का काम करना पड़ता है इसलिए मैं दिसंबर के अंत तक चलती रहूंगी। मार्च तक ड्राफ्ट बन सकता है। जब तक मैं सड़क पर नहीं रहूंगी, हठ नहीं करूंगी, घर नहीं छोडूंगी तब तक वो स्थितियां बनेंगी ही नहीं कि महिलाओं को सम्मान, युवाओं को भविष्य उनकी रक्षा के लिए अपना योगदान दे सकूं।
“भाजपा से लोगों को अपेक्षाएं हैं”
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि मेरा मानना है कि देश में नियंत्रित शराब बेचने की कोई नीति है ही नहीं, क्योंकि ये राज्य सरकार का विषय है। राज्य सरकार अपने तरीके से जन भावनाओं की अवहेलना कर शराब नीति बना देती हैं। ऐसे में भाजपा की देश में सरकार है। 370, राम मंदिर का वादा पूरा करने के बाद लोगों में ये अपेक्षा है कि भाजपा शराब पर कोई नीति बनाएगी। उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह चौहान ने इसमें पहल की है, जन आन्दोलन को अपने हाथ में ले लिया तो हो सकता है मध्य प्रदेश नई शराब नीति लेकर आए और एक मॉडल पेश कर दे।
पीस पार्टी के प्रवक्ता शादाब चौहान ने उमा भारती के इस बयान पर कहा है कि पहली बार मैं उमा भारती की पहल का स्वागत करता हूं, क्योकि वह पैगंबर मोहम्मद (S.A.W) के मार्ग का अनुसरण कर रही हैं। @AmreshKChoubey यूजर ने लिखा कि केंद्र में बतौर मंत्री, उमा जी ने कहा था कि 2018 तक गंगा को साफ न कर दूं तो इसी गंगा में कूद कर जान दे दूंगी। गंगा बदस्तूर मैली होती रही, हो रही हैं और अब इन्होने दूसरा मुद्दा पकड़ लिया है।
@Ravindr80740895 यूजर ने लिखा कि यदि समझदारी है तो कृपया शराबबंदी के लिए हठ न करें, पहले गुजरात, बिहार से जमीनी हकीकत पता करें! माफिया शराब बेचेंगे, वो भी मंहगी और मिलावटी! @chehriap यूजर ने जवाब देते हुए लिखा कि उमा जी बेकार की जिद्द छोडें, शराब बंदी गुजरात और बिहार में बुरी तरह नाकाम हो चुकी है, उलटे शराब की कालाबाजारी बढ़ गयी है। @SinghAnkit19942 यूजर ने लिखा कि मध्य प्रदेश में सरकार किसकी है, कुछ समझ नहीं आ रहा है। बीजेपी की होती तो घर छोड़ने की जरूरत ही ना पड़ती।