Punjab NRI Couple Wedding: पंजाब के करी कलां गांव में हुई एक शादी इंटरनेट पर चर्चा का विषय बनी हुई है। शादी कनाडा में रहने वाले एक एनआरआई जोड़े की थी, जिन्होंने किसी ग्रेंड वेडिंग वेन्यू और लैविश रिसेप्शन के बजाय हरे-भरे खेतों के बीच सादगी से शादी की और जीवनभर एक-दूसरे का साथ निभाने की कसम खाई।
ईटीवी भारत की एक रिपोर्ट के अनुसार दुर्लभ सिंह और हरमन कौर नाम के इस जोड़े ने कहा कि खुले खेतों में शादी करने का उनका फैसला किसानों के आंदोलन से प्रेरित था।
शादी को किसान आंदोलन को समर्पित किया
उन्होंने कहा, “किसान कई महीनों से दिल्ली की सीमा पर सभी के अधिकारों के लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका संघर्ष हमें प्रेरित करता है और हम उनका समर्थन भी करते हैं। यह एक मैसेज फैलाने का हमारा तरीका भी है कि लोगों को अपनी जड़ों और जमीन से जुड़े रहना चाहिए।”
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दूल्हा और दुल्हन दोनों ने अपनी शादी को किसान आंदोलन को समर्पित किया, क्योंकि वेडिंग वेन्यू और डेकोरेशन से लेकर शादी के कपड़े और गिफ्ट तक हर चीज में कपल का जमीन से जुड़ाव झलकता है।
शादी का पंडाल खड़ी फसलों के बीच बनाया गया था और सजावट में हरे-भरे पौधे और दूल्हे की शेरवानी पर उकेरे गए गेहूं के प्रतीक शामिल थे। परिवार ने शादी में किसान नारे लिखे गिफ्ट बॉक्स और शहद भी बांटे।
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इस जोड़े ने बारात की पारंपरिक परंपरा को भी तोड़ दिया क्योंकि शादी में दुल्हन बारात लेकर आई। आमतौर पर दूल्हा बारात लेकर आता है और दुल्हन शादी के पंडाल में उसका इंतजार कर रहा था।
पत्नी का पति की हर चीज पर अधिकार
हरमन ने कहा, “मेरा मानना है कि शादी के बाद पत्नी का पति की हर चीज पर अधिकार होता है, इसलिए मैंने इस बदलाव के बारे में सोचा और उसके घर पर ही शादी करने का फैसला किया।”
इस जोड़े ने युवाओं को एक मैसेज भी दिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि वे युवाओं को जड़ों से अवगत कराना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “हम लोगों को अपनी जड़ों की ओर लौटने और जमीन से जुड़ने के लिए प्रेरित करना चाहते हैं।”
उन्होंने कहा, “हर चीज में किसान सबसे महत्वपूर्ण हैं, यही वजह है कि हम अपनी शादी का जश्न उनके संघर्ष को समर्पित करते हैं।”