उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे अभ्यर्थी भी सरकार पर लगातार वैकेंसी निकालने का दबाव बना रहे हैं। ऐसे में यूपी के प्रयागराज से एक वीडियो सामने आया है। जिसमें प्रतिभागी अभ्यर्थी रात में थाली मार्च निकाल रहे हैं। इस वीडियो को शेयर करते हुए पूर्व आईएस ने सीएम योगी पर तंज कसा है। वहीं आम ट्विटर यूजर भी बीजेपी को कोसने में लगे हुए हैं।
पूर्व IAS ने इस वीडियो के साथ लिखा कि प्रयागराज में बेरोजगार युवाओं का रात्रि में ताली थाली मार्च। हर शहर, हर गांव और हर गली मोहल्लों में यह दृश्य आम होंगे। बाबा तो गयो । आशीष कनौजिया नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि जैसे ताली बजाने से कोरोना भागता है, वैसे हम थाली बजाकर छात्र विरोधी सरकार को भगाएंगे।
पुष्पेंद्र यादव नाम के युवक ने लिखा – अब बेरोजगार युवा रुकने वाला नहीं है बहुत हो गया मंदिर मस्जिद, अब सड़कों पर उतरेगा और बाबा को मठ भेजने का काम करेगा। स्वामी नाम के एक यूजर ने कमेंट किया, ” भाजपा सरकार जिस भाषा को समझती है। उसी भाषा में बेरोजगार नौजवानों ने मध्य रात्रि को हल्ला बोल कर समझाया है।” अमन नाम की यूजर लिखते हैं – अगर योगी सरकार ने 97000 पदों पर नई शिक्षक भर्ती नहीं निकाली तो उसका परिणाम 2022 के चुनाव में दिखाई देगा।
रिचा शुक्ला सीएम योगी आदित्यनाथ के कामकाज पर सवाल उठाते हुए कमेंट करती है कि पहले लखनऊ और अब प्रयागराज। यूपी सरकार तो छात्रों को देखना ही नहीं चाहती है। योगी आदित्यनाथ जी यह बात याद रखिएगा कि यह कोई रैली नहीं बल्कि युवाओं का कर्तव्य पथ है। अभिनव मौर्य ने कमेंट किया, ” अभी तो शुरुआत है, जब सरकार की मंशा लोगों को समझ में आएगी तो क्रांति होगी।”
जानकारी के लिए बता दें कि पिछले कई दिनों से प्रतिभागी छात्र – छात्राएं राजधानी लखनऊ के विधानसभा भवन पर 97000 शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी करने की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन कर रहे हैं। युवाओं का कहना है कि चुनाव से पहले लॉलीपॉप देने के लिए सरकार ने केवल 17000 वैकेंसी निकाली है जबकि इनकी ओर से 97000 पदों पर वैकेंसी निकालने का वादा किया गया था।