मध्य प्रदेश में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आ रहा है, नेताओं में जुबानी जंग तेज होती जा रही है। इस वक्त मध्य प्रदेश के दो कद्दावर नेताओं के बीच बहस चल रही है। एक दूसरे पर तीखे हमले और कटाक्ष किये जा रहे हैं। पूर्व कांग्रेस नेता और मौजूदा सरकार में मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के बीच वार-पलटवार चल रहा है।
दिग्विजय सिंह ने कही ये बात
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने उज्जैन में सिंधिया पर तंज कसते हुए कहा कि हे महाकाल, कांग्रेस में कोई दूसरा ज्योतिरादित्य सिंधिया पैदा ना हो। उन्होंने यह भी कहा कि जब कमलनाथ सरकार को गिराया गया, उस समय राजा महाराजा बीजेपी के हाथों बिक गए लेकिन अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के गरीब विधायकों को बीजेपी ने 25 से 50 करोड़ रुपये का ऑफर किया लेकिन वो नहीं गए। इन्होने कांग्रेस को धोखा नहीं दिया।
सिंधिया ने ऐसे किया पलटवार
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिग्विजय सिंह पर पलटवार करते हुए कहा है कि हे प्रभु महाकाल, कृपया दिग्विजय सिंह जी जैसे देश-विरोधी और मध्य प्रदेश के बँटाधार, भारत में पैदा ना हों। सोशल मीडिया पर तमाम लोग इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। @imJDubey_ यूजर ने लिखा कि “अंग्रेजों के मित्र सिंधिया” ज़ब किसी को देशद्रोही कहते हैं तो बहुत जोर की हंसी आती है।
सुरेश कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि मोदी जी के सत्ता में आने से एक बात स्पष्ट हो चुकी है कि राजा महाराजा आपस में एक दूसरे के खिलाफ टिप्पणी कर रहे हैं। मोदी जी असली यूएसपी यही है कि वो महराजाओं को भी वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों में ढालना जानते हैं। @Manojpalsingh13 यूजर ने लिखा कि हे महाकाल,कांग्रेस में दिग्विजय सिंह जैसे लोगों के रहते कांग्रेस का बंटाधार हो गया, कुछ तो बुद्धि दीजिये। पुष्पा नाम की यूजर ने लिखा कि श्रीमंत,कांग्रेस का भी बंटाधार करने में इनका बहुत बड़ा योगदान है, जो शायद देशहित में है।
विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह लगातार उन जिलों और विधानसभा सीटों का दौरा कर रहे हैं, जहां कांग्रेस कमजोर है या लगातार हारती आ रही है। इस दौरान जब वह उज्जैन पहुंचे तो पत्रकारों ने पूछा कि फिर से जीतने के बाद अगर कोई ज्योतिरादित्य सिंधिया की तरफ पार्टी बदल ले तो क्या करेंगे? इस पर उन्होंने कहा था कि जो नेता विचारधारा से जुड़ा है वह कभी भी नहीं बिकेगा। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि दलबदल को लेकर और भी सख्त कानून की जरूरत है।