बागेश्वर धाम सरकार के नाम से मशहूर धीरेंद्र शास्त्री के वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल होते रहते हैं। इस बीच उनका एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें वह कह रहे हैं कि इस देश में संतों को पाखंडी कहते हैं..कब तक सहेंगे? इस वीडियो पर लोग कई तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
धीरेंद्र शास्त्री से किया ऐसा सवाल
‘इंडिया टीवी’ न्यूज़ चैनल को इंटरव्यू दे रहे धीरेंद्र शास्त्री से पत्रकार रजत शर्मा ने सवाल किया,”संतो को तो अपने भाषण, भाषा और धैर्य पर नियंत्रण रखना चाहिए?” इसके जवाब में धीरेंद्र शास्त्री ने आक्रामक अंदाज में कहा कि कब तक सहेंगे? राम की यात्रा पर पत्थर कब तक सहेंगे। पालघर के संतो को मारा जाता है..ये कब सहेंगे? रामचरितमानस की प्रतियां जलाईं जाती हैं…कब सहा जायेगा? इस देश में संतो को पाखंडी बताया जाता है, इस बात को कब सहते रहेंगे और सयंम बनाकर रखेंगे?
वायरल वीडियो पर लोगों के रिएक्शन
वकील रिजवान अहमद ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा,”कब तक सहेंगे?” @Latarathi8 नाम के एक ट्विटर यूजर ने इस वीडियो पर कमेंट किया- धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी के आगे तो रजत शर्मा भी आप की अदालत में पहली बार अपना धैर्य खो बैठे लेकिन शास्त्री जी को धैर्य का ज्ञान देना बंद नहीं किया। @Aquariu685 नाम के एक यूजर ने लिखा कि भाई इन लोगों के वीडियो आने कब तक बंन्द होंगे, गजब का फैला रखा है। @sonuRAJ1907 नाम के एक यूजर लिखते हैं कि अब तो सब्र का बांध टूट ही जाना चाहिए।
@Akashsingh नाम के एक यूजर ने कमेंट किया- एकहद के बाद हर बात का जवाब जरूरी भी है, यही हमें रामायण ओर महाभारत भी सिखाती है। @Himansh41806073 नाम के एक यूजर द्वारा लिखा गया कि सहने का समय गया अब लड़ने का समय आ चुका है। @Guddi04866315 नाम के एक यूजर ने लिखा- बताइए कब तक धैर्य रखें, हजार साल से झेल रहे हैं.. कब तक झेलना पड़ेगा? @PareshP नाम के एक यूजर ने लिखा,”बिलकुल सही जवाब दिया है, ऐसे लोग बात करेंगे तभी हिन्दू धर्म का उत्थान हो पायेगा।
गौरतलब है कि इसी इंटरव्यू के दौरान जब धीरेन्द्र शास्त्री से अभिनेता शाहरुख़ खान की फिल्म पठान को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि हम सनातनियों के विरोध का विरोध करते हैं, किसी रंग से, किसी व्यक्ति से, किसी समुदाय से हमारा कोई विरोध नहीं, केवल सनातन के विरोधी से हमारा विरोध है, वो किसी बिरादरी, समुदाय या समाज से क्यों न हो। जानकारी के लिए बता दें कि नागपुर के अंध श्रद्धा मूलन समिति ने धीरेंद्र शास्त्री पर जादू – टोने करने का आरोप लगाया था।