बागेश्वर धाम सरकार के नाम से मशहूर धीरेंद्र शास्त्री इन दिनों सोशल मीडिया की सुर्खियों में छाए हुए हैं। दरअसल, नागपुर के अंध श्रद्धा मूलन समिति ने धीरेंद्र शास्त्री पर जादू – टोने करने का आरोप लगाया है। जिसके जवाब में बागेश्वर धाम सरकार ने कहा कि हाथी चले बाजार, कुत्ते भौकें हजार। धीरेंद्र शास्त्री के द्वारे वीडियो पर कई तरह के कमेंट आ रहे हैं।
नागपुर की संस्था ने लगाया ऐसा आरोप
नागपुर की अंध श्रद्धा मूलन समिति के संस्थापक श्याम मानव ने धीरेंद्र शास्त्री नागपुर में चल रही रामकथा के दौरान आरोप लगाया कि वह लोगों को केवल मूर्ख बनाने का काम कर रहे हैं। इसके साथ उन्होंने चुनौती दी कि अगर शास्त्री अपने चमत्कार को मेरे सामने सही दिखाते हैं तो उनको 30 लाख का इनाम दिया जाएगा लेकिन अगर ऐसा नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ ड्रग एंड मैजिक रेमेडी कानून के अंतर्गत मामला दर्ज करेंगे।
धीरेंद्र शास्त्री ने चुनौती पर कही बात
धीरेंद्र शास्त्री ने श्याम मानव द्वारा लगाए गए आरोपों पर कहा कि हाथी चले बाजार, कुत्ते भौकें हजार…। इसके साथ उन्होंने कहा कि हमने पहले भी कहा है और हम आज भी कह रहे हैं कि हम कोई साधु और चमत्कारी नहीं हैं। शास्त्री ने कहा कि यह सब विधर्मी लोग हैं, जब हम नागपुर में 7 दिन कथा करते रहे और 2 दिन दिव्य चमत्कारी दरबार लगाए रहे तब इन लोगों को क्या हो गया था?
लोगों के रिएक्शन
संजय त्रिपाठी नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा, ” बाबा ‘बाबा’ हैं।” विजय पाल सिंह नाम के एक टि्वटर यूज़र ने सवाल किया कि जिन गुरु के चेले मंत्री हैं, वह ऐसी भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। विष्णु राजपूत नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि बाबा जी को राजनीतिक संरक्षण कुछ ज्यादा ही मिल रहा है। शैलेश शर्मा नाम के एक यूजर ने लिखा- भक्ति भाव आटे में नमक की तरह हो तो कोई बात नहीं लेकिन नमक में आटा करने पर यही होता है।
मोनू नाम के एक यूजर ने लिखा कि यह एक संत की भाषा तो बिल्कुल नहीं हो सकती है। मनीष परमार नाम के एक यूजर ने कमेंट किया, “अरे बाबा जी, 2 दिन और बैठकर अपनी सिद्धि साबित कर देते तो क्या हो जाता?” आफताब आलम नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि ऐसे बाबा लोग सही संतो के बारे में भी लोगों की गलत राय बनवा रहे हैं, इनके खिलाफ तो सख्त कार्रवाई होनी चाहिए लेकिन जब मंत्री और विधायक ही इनकी पूजा करने पहुंच रहे हैं तो क्या ही हो पाएगा?