महाराष्ट्र सरकार के मंत्री और वरिष्ठ शिवसेना नेता गुलाबराव पाटिल ने अपने विधानसभा क्षेत्र जलगांव जिले की सड़कों की तुलना अभिनेत्री व बीजेपी सांसद हेमा मालिनी के गाल से कर दी। इस पर विवाद खड़ा हो गया। इसको लेकर हेमा मालिनी ने कहा कि यह ट्रेंड लालू जी ने शुरू किया था, इस तरह के बयान अच्छे नहीं लगते।
बीजेपी सांसद ने कहा कि सड़कों से मेरे गालों की तुलना पहली बार लालू जी ने की। इसके बाद से चलन शुरू हो गया। इसके बाद कई लोगों ने मेरे गालों की तुलना सड़कों से की हैं लेकिन कुल मिलाकर इस तरह की तुलना ठीक नहीं। आम नागरिक यदि इस तरह की बातें करते हैं तो समझा जा सकता है लेकिन सरकार के मंत्री यदि ऐसी बातें कहेंगे तो उसे ठीक नहीं माना जाएगा।
शिवसेना नेता संजय राउत ने इस विषय पर कहा कि इस तरह की तुलना पहले भी हो चुकी है। यह हेमा जी के लिए सम्मान की बात है। इसमें कोई नकारात्मकता नहीं देखनी चाहिए। इसके पहले, लालू यादव भी इसी तरह की तुलना कर चुके हैं। हालांकि, हम हेमा जी का सम्मान करते हैं। बता दें कि इस बयान को लेकर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रुपाली चाकणकर ने मंत्री को माफी नहीं मांगने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी थी।
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मंत्री ने अपने बयान पर माफी मांगी है। उन्होंने मीडिया से कहा कि मेरा मकसद किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था। मैं अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगता हूं। गौरतलब है कि राजद नेता व बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने कहा था कि बिहार की सड़कें हो तो हेमा मालिनी के गालों जैसी..।
हाल में ही गहलोत सरकार में एक मंत्री ने कहा था कि हेमा मालिनी तो अब बुढ़ी हो गई हैं, इसलिए सड़कें कैटरीना कैफ के गालों जैसी होनी चाहिए। जानकारी के लिए बता दें कि महाराष्ट्र सरकार में मंत्री गुलाबराव पाटिल ने भाजपा के पूर्व नेता एकनाथ खडसे पर निशाना साधते हुए राज्य के जलापूर्ति मंत्री ने कहा था, ‘जो 30 सालों तक विधायक रहे, उन्हें मेरे विधानसभा क्षेत्र में आकर सड़कों को देखना चाहिए। अगर ये हेमा मालिनी के गाल जैसी नहीं हैं तो मैं इस्तीफा दे दूंगा।’