उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में आयोजित यूपी इनवेस्टर्स समिट को संबोधित करते हुए कहा, प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में पिछले 5 सालों में उत्तर प्रदेश छठवें नंबर वाली अर्थव्यवस्था से दूसरे नंबर वाली अर्थव्यवस्था की ओर तेजी से बढ़ रहा है। सीएम योगी ने कहा कि लीड्स रैंकिंग-2021 में उत्तर प्रदेश को 7 स्थानों की महत्वपूर्ण बढ़ोतरी प्राप्त हुई है।

अपने संबोधन में सीएम योगी ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि ‘प्रदेश में बेरोजगारी दर 18% से घटकर 2.9% हुई है।’ उन्होंने कहा कि1,400 से अधिक निवेश की परियोजनाएं हैं, इससे 5 लाख प्रत्यक्ष और 20 लाख अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर प्रदेश में पैदा होंगे। सीएम योगी के बेरोजगारी वाले बयान पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। लोगों का कहना है कि ये आंकड़े गलत हैं।

लोगों की प्रतिक्रियाएं: पत्रकार रणविजय सिंह ने लिखा कि ‘मुख्यमंत्री जी, 19 मार्च 2017 को जब आपने शपथ ली, तब यूपी की बेरोजगारी दर 2.4% थी। वहीं, आज की तारीख में बेरोजगारी दर 3.1% है।’ बीएस यादव ने लिखा कि ‘महाराज जी उत्तर प्रदेश से बाहर पलायन करने वालों का आंकड़ा है क्या आपके पास?’

महाराष्ट्र कांग्रेस सेवादल ने लिखा कि ‘ये उत्तर प्रदेश के 15.1% यानी लगभग 10 करोड़ लोग पूरे देश के अलग अलग महानगरों में काम करने लौट गए है। उत्तर प्रदेश में एक भी उपक्रम ऐसा नहीं खोला गया है, जिसमे रोजगार मिले हो।’ ब्रिजेश कुमार ने लिखा कि ‘IIT, NIT से पढ़े युवाओं को बेरोजगार करके आप बता रहे हैं कि बेरोजगारी कम हुई है। इतना झूठ न फैलाएं।’ रामजी कुमार ने लिखा कि ‘ए महाराज ई कब हो गया।’

विजय मिश्रा नाम के यूजर ने लिखा कि ‘ये कब और कैसे हुआ महाराज जी? 2016 की भर्ती अभी भी लटकी है और 2017 के बाद कोई विज्ञापन सही से नहीं आया, जो भी आया उसमें भर-भर के घोटाले हुए हैं।’ अनूप पटेल ने लिखा कि ‘हे भगवान अब बस भी करो। आपकी सरकार ने सिर्फ रोजगार छीने है। एक दो आदमी का नहीं, हर दिन लाखों लोगों का रोजगार जा रहा है, जनता सब जानती है।’

बता दें कि उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी और रोजगार को लेकर खूब राजनीति होती है। इसी बीच सीएम योगी द्वारा पेश किए गये इस आंकड़े पर लोग भरोसा करने से इंकार कर रहे हैं। सीएम योगी ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि ‘फरवरी 2018 में पीएम मोदी ने इसी लखनऊ में पहले इन्वेस्टर समिट का उद्घाटन किया था। उसके बाद से हमें अब तक 4 लाख 68 हजार करोड़ के निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए, जिनमें 3 लाख करोड़ के प्रस्ताव को हमें जमीन पर उतारने में कामयाबी मिली है।