ममता बनर्जी का भवानीपुर विधानसभा सीट से जीतना बीजेपी को रास नहीं आ रहा है। उपचुनाव में ममता की बड़ी जीत पर BJP सांसद मनोज तिवारी ने तंज कसते हुए कहा कि यह जीत ममता की नहीं बल्कि डर और भय के माहौल की है। उनका इशारा राज्य में हिंसा की वारदातों की तरफ था।

सोशल मीडिया पर लोगों ने बीजेपी को नसीहतें दीं। एक का कहना था कि मीडिया और बीजेपी सांसद मनोज तिवारी दावे से कह रहे है कि भवानीपुर उपचुनाव भय और डर के वातावरण मे हुआ है। बीजेपी वोटर्स डर की वजह से अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर पाये है। उन्होंने तंज कस कहा कि इसका सीधा अर्थ है कि केंद्रीय सुरक्षा बल के 3500 जवान जो मतदान के दिन भवानीपुर मे तैनात थे काफी नहीं थे।

एक और व्यक्ति ने लिखा- वास्तविकता तो यह है कि बंगाल की जनता ने बीजेपी को पूर्ण रूप से “ठिखरा” दिया है। 2024 में सारे देश में भी ऐसा ही देखने को मिलेगा. और जहाँ तक “डर” के माहौल की बात है तो देश में डर तो Mob lynching करने वाले कट्टरपंथी आतंकवादी फैला रहे हैं।

एक यूजर ने लिखा- खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे उसी तरह मनोज तिवारी का हाल है। मनोज बाबू अंधे को अंधे को दिन और रात दोनों बराबर होता है इसी तरह आप। एक यूजर ने लिखा- रिंकिया के पापा सही कह रहे हैं, डर और भय का माहौल तो है तभी तो जनता ने भाजपा को हराया है। लोकतंत्र का सही इस्तेमाल इसी को कहते हैं और आगे भी अब यही होने वाला है। लोकतंत्र की जय हो। मोदी शाह योगी जीते तो जनता की जीत है। लोकतंत्र की जीत है। संविधान की जीत है। लेकिन ममता जीती तो डर और भय के माहौल की जीत है।

हालांकि एक शख्स ने यह भी लिखा कि ये नही भूलना चाहिए कि जो भवानीपुर ममता का गढ़ कहा जाता है वह 25 हजार से अधिक ममता को न चाहने वाले भी है जिन्होंने वह भाजपा को वोट किया।

गौरतलब है कि भवानीपुर से ममता बनर्जी ने भारी मतों से जीत हासिल की है। ममता बनर्जी ने प्रतिद्वंदी भाजपा की प्रियंका टिबरेवाल को 58,832 मतों से हरा दिया है। वहीं  प्रियंका टिबरेवाल ने अपनी हार स्वीकार कर ली है। ममता ने कहा कि मैंने निर्वाचन क्षेत्र के हर वार्ड में जीत दर्ज की है। उन्होंने कहा कि यहां लगभग 46 फीसदी लोग गैर-बंगाली हैं और उन सभी ने मुझे वोट दिया है।