पश्चिम बंगाल की ममता सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार को लेकर 13 सितंबर को बीजेपी की ओर से प्रदर्शन किया गया। इस दौरान प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और इस प्रदर्शन ने हिंसा का रूप ले लिया। जिसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हो गई। जिसके कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। ऐसे में बीजेपी का झंडा थामे कुछ लोग पुलिसवालों की पिटाई करते नजर आ रहे हैं। इसको लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है।
कांग्रेस नेता ने साधा निशाना
पुलिसवालों की पिटाई करते हाथ में बीजेपी का झंडा थामे लोगों का वीडियो शेयर कर भारतीय यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने सवाल किया, ‘ स्मृति ईरानी का बयान आया क्या?’ कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से इस वीडियो को शेयर कर कमेंट किया – झंडे से पहचानिए। कांग्रेस प्रवक्ता अलका लांबा ने एक टीवी डिबेट के दौरान इस वीडियो को दिखाते हुए कहा कि इनके झंडे से पहचानिए, कौन किसकी पिटाई कर रहा है। इसलिए ही भारत जोड़ने की आवश्यकता है।
आप नेता ने बीजेपी पर बोला हमला
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो के जरिए आम आदमी पार्टी के विधायक नरेश बालियान ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि भारत जलाओ पार्टी बीजेपी की हरकत देखिए। कैसे बंगाल में मुंह में काले कपड़े बांधकर पुलिस की गाड़ियों में आग लगा रहे हैं, तोड़फोड़ कर रहे हैं। आतंकी है ये लोग।
आम यूजर्स के रिएक्शन
पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने इस वीडियो के साथ कमेंट किया कि झंडे वाले गुंडे। अशोक कुमार पांडे नाम के एक यूजर ने इस वीडियो पर लिखा – पुलिस पर हमला करने वाले देशद्रोही होते हैं ना? देवेश नाम के यूजर कमेंट करते हैं कि ऐसे लोगों को तो कपड़ों से पहचाना जा सकता है। नवीन नाम के एक यूजर द्वारा लिखा गया – कौन देश विरोधी है, जो देश को तोड़ना चाहता है। उन्हें उनके कपड़ों और झंडे से पहचानिए। सुरेश त्रिपाठी नाम के ट्विटर यूजर कमेंट करते हैं, ‘नरेंद्र मोदी जी, अपने गुंडे कार्यकर्ताओं को समझा क्यों नहीं पा रहे हैं? पुलिस वाले पर हमला करने वाला तो आतंकवादी होता है ना? इस पर कौन सी कार्रवाई करने जा रहे हैं।’
हाईकोर्ट ने ममता सरकार से मांगी रिपोर्ट
कोलकाता की कई जगहों पर हुई हिंसक और आगजनी की घटनाओं को लेकर हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है। हाईकोर्ट ने कोलकाता पुलिस को निर्देश दिया है कि वह यह सुनिश्चित करे कि किसी भी व्यक्ति को अवैध रूप से गिरफ्तार न किया जाए और सार्वजनिक संपत्तियों का भी नुकसान ना हो। जानकारी के लिए बता दें कि बीजेपी के कई नेताओं को गिरफ्तार किया गया है।