उत्तर प्रदेश के आगरा में एक भाजपा विधायक और उनके बेटे के खिलाफ एक महिला ने रेप और मारपीट का आरोप लगाया है। इस मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है। इसको लेकर विपक्षी दलों के नेताओं ने राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार पर कई तरह के सवाल खड़े किए हैं। इस बीच कांग्रेस की नेता सुप्रिया श्रीनेत ने पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर कटाक्ष किया है।
जानिए पूरा मामला
पीड़िता ने आरोप लगाया है कि जब वह 17 वर्ष की थी तो मौजूदा विधायक की बेटी के साथ उसकी दोस्ती थी। जिसके कारण वह उनकी बेटी से मिलने के लिए घर जाती थी। इस दौरान विधायक की बेटी ने उसका परिचय अपने भाई से कराया था। पीड़िता ने आरोप लगाया कि लड़के ने 2003 में उसे धोखे से बुला कर नशीला पदार्थ देकर बेहोश कर दिया गया था। उसके बाद दुष्कर्म करके वीडियो बना लिया था।
कांग्रेस नेत्री ने बोला हमला
कांग्रेस ने इस घटना को लेकर केंद्र सरकार को निशाने पर लिया। पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिया गया नारा) का हवाला देकर कहा गया है कि देखना है बलात्कारियों को रिहा करने वाली पार्टी, इस पर क्या रुख अपनाती है। बता दें कि हाल ही में गुजरात में बिलकिस बानो केस के दोषियों को रिहा किया गया था। इसी का वास्ता देकर भाजपा को कांग्रेस बलात्कारियों को रिहा करने वाली पार्टी कहती है।
यूजर्स के रिएक्शन
रविंद्र नाम के ट्विटर यूजर कमेंट करते हैं कि अरे भाई इनकी पार्टी माफी क्यों मांगेगी। इनके विधायक तो कह देंगे कि संस्कारी ब्राह्मण हैं, इन्हें तो छोड़ ही देना चाहिए।
स्मृति ईरानी के लिए तो कन्याकुमारी से पदयात्रा में स्वामी विवेकानंद की मूर्ति का नजरअंदाज करना सबसे बड़ा मुद्दा है तो फिर वह इस पर ध्यान क्यों देंगी?
महेश नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘जब मुकदमा दर्ज हो ही गया है तो जांच होने दीजिए, कानून दोनों तरह की बात सुनता है।’ सौमित्र नाम के एक यूजर ने पूछा – इसके लिए स्मृति ईरानी ही माफी क्यों मांगे? राजस्थान में होने वाली घटनाओं के लिए राहुल गांधी माफी मांगते हैं क्या?