ग्वालियर महापौर चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने इतिहास रचते हुए जीत हासिल की है। 57 साल बाद कांग्रेस ने ग्वालियर महापौर का चुनाव जीता है। नगर निकाय चुनाव में ग्वालियर से कांग्रेस प्रत्याशी शोभा सिकरवार ने बीजेपी प्रत्याशी सुमन शर्मा को 28,805 वोटों से हराया है। इस पर कांग्रेस नेताओं ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर तंज कसा है।
कांग्रेस नेता श्रीनिवास ने लिखा कि “BJP ने Tiger खरीदा था! नतीजन, 57 वर्षों बाद ग्वालियर का अपना गढ़ भी BJP गंवा बैठी। संवेदनाएं!” इसके साथ ही श्रीनिवास ने एक वीडियो शेयर किया है जिसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया कह रहे हैं कि ‘मैं कमलनाथ जी और दिग्विजय सिंह को कहना चाहता हूं कि टाइगर अभी जिंदा है।’
वहीं संदीप सिंह ने लिखा कि ‘सिंधिया के गढ़ में हार गई बीजेपी, 57 साल बाद ग्वालियर और 23 वर्ष बाद जबलपुर में भी कांग्रेस का महापौर बना।’ यूपी कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि ‘ग्वालियर ने आज गद्दार से बदला ले लिया।’ कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद ने लिखा कि ‘ग्वालियर में कांग्रेस की जीत “मामू” और “महाराज” के पतन का “आग़ाज” है।’
आदित्य सक्सेना नाम के यूजर ने लिखा कि ‘पंचायत चुनाव और निकाय चुनावों को देखते हुए मैं कह सकता हूं कि कांग्रेस 2023 में 150 से ज्यादा सीट जीतने जा रही है।’ सुनील श्रीवास्तव ने लिखा कि ‘ये तो टाईगर था और रहेगा। ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसा जन प्रतिनिधि लाखों में एक रहता है। मंत्री के रूप में सिंधिया जी ने अपनी छाप पूरे देश में जमा दी है। बीजेपी के ही कुछ लोगों ने सिंधिया जी की बढ़ती लोकप्रियता को नीचा करने के लिए ये गद्दारी की है।’
आकाश कुशवाहा ने लिखा कि ‘अजीब दास्तां है कांग्रेस की, पूरा मध्य प्रदेश हारकर केवल ग्वालियर पर ही अटके हुए हैं। हमें लगता है कि पूरे भारत से कांग्रेस को निपटा कर ही दम लेंगे। संजय सैनी नाम के यूजर ने लिखा कि ‘ग्वालियर के महाराज की हालत देखिए अरूणाचल प्रदेश पर बधाई दे रहे, अपने घर की बात नहीं कर रहे हैं।’
बता दें कि कांग्रेस नेता विष्णु माधव भागवत ग्वालियर में पार्टी के अंतिम महापौर थे। वे 1966 में महापौर बने थे। वहीं 17 जुलाई को ग्वालियर में जब मतगणना शुरू हुई तो आप, कांग्रेस और बीजेपी के बीच टक्कर चल रही थी लेकिन जैसे जैसे राउंड बढ़ते गये आप रेस से बाहर होती गई और कांग्रेस-बीजेपी के बीच टक्कर शुरू हुई। अंत में कांग्रेस प्रत्याशी की जीत हुई।