पिछले कुछ दिनों से जम्मू कश्मीर में कश्मीरी पंडित और अन्य राज्यों के मजदूरों को निशाना बनाया जा रहा है। गोली मारकर उनकी हत्या की जा रही है। इसके बाद केंद्र सरकार पर लोग निशाना साध रहे हैं लेकिन भाजपा के एक नेता का मानना है कि कश्मीर में हो रही हत्याएं कोई बड़ी घटना नहीं है।
भाजपा नेता और पूर्व विधायक बलदेव राज शर्मा ने कहा कि ‘घाटी में किए जा रहे हमले ‘बड़े’ आतंकी हमले नहीं थे क्योंकि उनमें भारी हथियार शामिल नहीं थे।’ भाजपा नेता ने कहा कि ‘ये हमले पहले के दिनों की तरह ‘छोटी’ घटनाओं के उदाहरण हैं। हालांकि जो भी घटनाएं हो रही हैं उसकी जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन की है। हमारी जिम्मेदारी पलायन को रोकना और उन्हें सुरक्षा देना भी है। कोई पिस्तौल लेकर किसी पर तान दे तो आप उसे बड़ी घटना तो नहीं कह सकते।’
लोगों की प्रतिक्रियाएं: आप नेता आशुतोष सेंगर ने लिखा कि ‘इनके लिए कश्मीरी पंडित बस वोट और नोट कमाने का साधन हैं। क्या किसी का घर छोड़ना, जान लेना छोटी घटना हो सकती है? पलायन से बड़ी त्रासदी कुछ नहीं हो सकती।’ मुकेश कुमार ने लिखा कि ‘इनकी नजर में तो AK 47 से कोई किसी को मार दे, तब बड़ी घटना होगी। इनको कौन बताए कि मौत तो मौत होती है, वो चाहे पिस्टल से हो या AK 47 से। कोई अपने घर का इन्सान खोता है, उनसे पूछों कि उनके न होने का दर्द क्या होता हैं?’
लोकेश शर्मा ने लिखा, ‘कितने लोगों के मारे जाने पर आप उसे बड़ी घटना मानते हो भाजपाइयों?’ एक यूजर ने लिखा कि ‘जब उस पर फिल्म बनेगी, तब वह बड़ी बात होगी और जब इलेक्शन में वोट मांगा जाएगा तो सबसे बड़ी बात होगी।’ साकिब ने लिखा कि ‘कश्मीर में लोग मारे जा रहे हैं और इनको ये छोटी घटना लग रही है, इन नेताओं को शर्म आनी चाहिये।’
अशोक शेखावत ने लिखा कि ‘इससे पता चलता है कि केंद्र और BJP मारे जा रहे लोगों के लिए कितनी लापरवाह और असंवेदनशील है।’ सादिक राजा नाम के यूजर ने लिखा कि ‘इंसान की जान जाना क्या ये छोटी घटना है ? और आने वाले वक्त में कब ये सब बंद होगा? फिल्म के वक्त तो बहुत बोल रहे थे, अब क्या हुआ करो कुछ?’ परवेज गांधी ने लिखा कि ‘केंद्र में भाजपा का सरकार है इसलिए ये घटना छोटी है। अगर कांग्रेस की सरकार होती तो अभी तक भाजपा वाले तांडव कर रहे होते।’
वहीं भाजपा नेता के इस बयान पर कश्मीरी पंडितों ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। एक कश्मीरी पंडित ने कहा है कि यह बहुत गलत बात है, छोटी किलिंग का मतलब क्या है? जिन्होंने भी ये बयान दिया है उन्हें माफी मांगनी चाहिए। अगर कोई घटना उनके साथ या उनके परिवार के साथ हो जाए तब क्या इसे बड़ी घटना मानेंगे।