बिहार (Bihar) के पूर्व मंत्री और आरजेडी नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी (Abdul Bari Siddiqui) का मुसलमानों को लेकर दिया गया एक बयान सोशल मीडिया (Social Media) पर खूब वायरल (Viral) हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह देश के मुसलमानों के लिए असुरक्षित है। आरजेडी नेता के बयान पर बीजेपी नेता निखिल आनंद (BJP leader Nikhil Anand) ने तंज कसा है। वहीं, आम सोशल मीडिया यूज़र्स (Social Media Users) ने भी आरजेडी नेता (RJD Leader) अब्दुल बारी के बयान पर निशाना साधा है।
आरजेडी नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने दिया ऐसा बयान
आरजेडी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि,”मेरा एक बेटा है जो हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ता है और एक बेटी है जो लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स की पास आउट है। देश का जो माहौल है, ऐसे में हमने अपने बेटा-बेटी को कहा कि उधर ही नौकरी कर लो। अगर नागरिकता भी मिले तो ले लेना। अब भारत में माहौल नहीं रह गया है। पता नहीं तुम लोग झेल पाओगे या नहीं झेल पाओगे।” इसके साथ उन्होंने कहा कि वतन छोड़ने के लिए अपने बच्चों से कहना बहुत तकलीफ देह होता है लेकिन देश में ऐसा दौर आ गया है कि मुझे अपने बच्चों से यह कहना पड़ा।
बीजेपी नेता ने यूं कसा तंज
बीजेपी नेता डॉ निखिल आनंद ने अब्दुल बारी सिद्दीकी के बयान पर तंज कसते हुए कहा,”ये लोग मदरसा संस्कृति से अभी भी बाहर नहीं निकल पाए हैं। जगजाहिर है कि ऐसे लोग सेक्युलरिज्म और लिबरलिज्म के मुखोटे में राष्ट्रविरोधी और धार्मिक एजेंडा चलाते हैं।” इसके साथ उन्होंने कहा कि जननी जन्मभूमि स्वर्गादपि गरीयसी का भाव वाले भारत भूमि पर एक नागरिक और सदन के सदस्य के तौर पर प्रिविलेज एंजॉय करके रोने-गाने और भारत की थाली में खाकर छेद करने वाले सिद्दीकी को अपने परिवार के साथ पाकिस्तान चले जाना चाहिए।
लोगों ने आरजेडी नेता पर कसा तंज
@sudhanshu_jee नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि 90 के दशक में बिहार के कई माता-पिता भी अपने बच्चों को यही कहते थे सिद्दीकी साहब। किसानों के बेटे मजदूर बने। गांव छोड़कर शहर, शहर छोड़कर अन्य राज्य, पलायन के प्रणेता आप लोग रहे हैं। वह वास्तविक स्थिति थी, आपके वक्तव्य की तरह काल्पनिक नहीं। @Akki_Aslam_ नाम के एक ट्विटर हैंडल से लिखा गया,”ये हताशाओं से घिरे नेता जो ठहरे। भारत का आम मुस्लिम संघर्ष कर सकता है हालातों के साथ, क्योंकि इस वतन को आजाद कराने में कुर्बानियां दी थी हिंन्दुस्तान के लिए, आगे भी देते रहेंगे। लेकिन सब मजहबों से मिल-जुल कर रहेंगे। भले ही कोई कितनी ही साजिश कर ले,किसी को कामयाब न होने देंगे।
@Sainianu22 नाम के एक यूजर ने लिखा कि आपको भी बेटे – बेटियों के साथ विदेश में ही रहना चाहिए। यहां काहे हाथ जोड़कर वोट मांग रहे है। @IMSyedNadim नाम के एक ट्विटर हैंडल से लिखा गया,”ऐसा माहौल नहीं बन पाये, इसकी जिम्मेदार आपकी ही थी “मुस्लिमों के लीडर सहाब”। हम इस भरोसे आपको वोट देते आए की हमारा कल बेहतर होगा। अब अपने बच्चों को बाहर की नागरिकता दिला रहे हैं?”