चुनाव रणनीतिकार और राजनीतिक नेता प्रशांत किशोर ने कहा कि उनकी सियासी आकांक्षा नहीं है। वह चुनाव नहीं लड़ेंगे, लेकिन जनता को बेहतर विकल्प महैया कराने के लिए अच्छे लोगों के लाएंगे। कहा कि बिहार की बेहतरी के लिए काम करेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार उनसे इसलिए खफा हैं क्योंकि उन्होंने उनके राजनीतिक कार्य से मैं खुद को अलग कर लिया हूं। ‘बताया, ‘अगर मैं नीतीश कुमार के राजनीतिक कार्य में शामिल हो जाता हूं तो वह एक बार फिर से मुझ पर मेहरबान दिखेंगे। चूंकि मैंने अपने लिए एक अलग रास्ता चुना इसलिए वह और उनके समर्थक मुझसे नाखुश हैं।”
पश्चिम चंपारण जिले के मुख्यालय नगर बेतिया में प्रेस कांफ्रेंस में किशोर ने उन्हें ‘धंधेबाज़’ बताने वाले जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के नेताओं पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें अपनी पार्टी के शीर्ष नेता एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछना चाहिए कि उन्होंने “मुझे दो साल के लिए अपने निवास पर क्यों रखा था।”
जदयू नेताओं ने किशोर पर आरोप लगाया था कि वह‘‘धंधेबाज़’’ हैं और उनके पास राजनीतिक कौशल नहीं है। ‘आईपैक’ के संस्थापक से बार-बार पूछा गया कि क्या वह खुद चुनावी मैदान में उतरने की योजना बना रहे हैं तो उन्होंने कहा, ‘‘मैं चुनाव क्यों लड़ूंगा, मेरी ऐसी कोई आकांक्षा नहीं है।’’ किशोर रविवार को होने वाले पश्चिम चंपारण के जिला सम्मेलन से एक दिन पहले पत्रकारों से बात कर रहे थे।
कहा- अगर मुझमें राजनीतिक समझ नहीं है तो नीतीश कुमार दो साल तक अपने घर में क्यों रखा
किशोर ने जदयू के नेताओं पर प्रहार करते हुए कहा कि उन्हें नीतीश कुमार से पूछना चाहिए “अगर मेरी कोई राजनीतिक समझ नहीं थी तो मैं दो साल तक उनके आवास पर क्या कर रहा था।” एक प्रश्न के उत्तर में किशोर ने कहा कि उन्हें अतीत में कुमार के लिए काम करने का पछतावा नहीं है। उन्होंने कहा कि कुमार 10 साल पहले जो थे और जो अब हैं, उनमें बहुत अंतर है।
किशोर ने दावा किया, “उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेते हुए नैतिकता के आधार पर अपनी कुर्सी छोड़ दी थी। अब वह सत्ता में बने रहने के लिए किसी भी तरह का समझौता करने को तैयार हैं।” उन्होंने महागठबंधन सरकार के एक साल में 10 लाख नौकरियों के वादे का उपहास उड़ाते हुए कहा, ‘‘मैंने इसे कई बार कहा है और मैं इसे फिर से कहता हूं। अगर वे वादा पूरा करते हैं तो मैं अपना अभियान छोड़ दूंगा।’’