उत्तर प्रदेश चुनाव में कांग्रेस की तरफ से कमान खुद प्रियंका गांधी संभाल रही है। प्रियंका गांधी इस बार चुनाव में महिलाओं के मुद्दे को लेकर जनता के बीच जा रही हैं। कांग्रेस की तरफ से इस बार चुनाव में नारा दिया गया है कि ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’। सिर्फ नारा ही नहीं, बल्कि प्रियंका गांधी इस बार चुनाव में अधिक महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारने की बात भी कह चुकी हैं। अपने नारे के जरिये प्रियंका गांधी सीधे महिलाओं से संवाद स्थापित करने की कोशिश में हैं।
आगरा में चुनाव-प्रचार करने पहुंची केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से जब मीडिया कर्मियों ने पूछा कि प्रियंका गांधी ने चुनाव-प्रचार के लिए ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ का नारा दिया है। इसके लिए आप क्या कहना चाहेंगी? इस पर स्मृति ईरानी ने कहा कि ‘इससे वे ये संकेत देना चाहती हैं कि घर पर लड़का है, जो लड़ नहीं सकता’। स्मृति ईरानी के इस बयान पर लोगों ने भी अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं।
प्रमोद नाम के ट्विटर यूजर ने स्मृति ईरानी के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि प्रियंका गांधी संकेत दे रही हैं कि घर के लड़के ने औरतों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया है। बीजेपी की तरह हाथरस और उन्नाव करने के लिए औरतों को लाचार नहीं बनाया है। कांग्रेस आएगी तो बहन बेटियां सशक्त होंगी।
संतोष गुप्ता नाम के यूजर ने लिखा कि देख-देखो कौन आया है, हाथरस….. कहां थी? लखीमपुर….. कहां थी? उन्नाव….. कहां थी? सत्यमेव जयते नाम के यूजर ने लिखा कि स्मृति ईरानी संकेत नहीं, बोल ही रही है सीधे-सीधे कि लड़कियों को नहीं. सिर्फ लड़कों को ही लड़ना चाहिए।
यूपी विधानसभा चुनाव से कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी नदारद दिखाई दे रहे हैं। चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी प्रियंका गांधी के कंधे पर है। कुछ दिन पहले जब प्रियंका गांधी और राहुल गांधी ने मिलकर यूपी चुनाव के लिए कांग्रेस का मेनिफेस्टो जारी किया था, तब उनसे मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर सवाल पूछा गया था।जवाब में प्रियंका गांधी ने कहा था कि मेरे अलावा यूपी में किसी और का चेहरा दिखाई दे रहा है क्या?
बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव की शुरुआत 10 फरवरी से होने जा रही है। कांग्रेस ने अपनी पहली लिस्ट में 125 उम्मीदवारों में से 50 महिलाओं को टिकट दिया। 41 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट में 16 महिलाओं, तीसरी लिस्ट में 37 महिलाओं और चौथी लिस्ट में 24 महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया है ।