बिहार से अक्सर ही बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं। एक ऐसा ही वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है। जिसमें परिजन मरीज अस्पताल से ठेले पर लेकर बाहर जा रहे हैं। इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए तंज कस रहे हैं।
पत्रकार उत्कर्ष सिंह द्वारा शेयर किए गए इस वीडियो में देखा जा सकता है कि परिजन मरीज को पहले गोद में लेकर अस्पताल से बाहर आते हैं। उसके बाद ठेले पर लिटा कर आगे बढ़ जाते हैं। वायरल वीडियो के अनुसार यह घटना बिहार के हिलसा की है। बिहार के इस वीडियो को शेयर कर पत्रकार ने लिखा कि बिहार का राज्य की एंबुलेंस घोषित कर देना चाहिए।
सूरज सिंह नाम के एक यूजर ने लिखा कि इस मामले में नीतीश कुमार की जितनी भी तारीफ की जाए वह कम होगी। उन्हें पता है कि एंबुलेंस में झटके लगेंगे तो मरीज की तबीयत और खराब हो सकती है इसलिए ठेला ज्यादा बेहतर है। इसी स्वास्थ्य व्यवस्था की वजह से आप 15 साल और सत्ता में रहेंगे। देवेंद्र प्रताप सिंह ने कमेंट किया – यह बिहार के स्वास्थ्य व्यवस्था की सच्चाई है। बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे को इस पर ध्यान देना चाहिए।
लवली कुमारी लिखती हैं कि स्वास्थ्य सुविधाओं की हालत बेहद खराब है। इस विषय पर कोई भी ध्यान देने वाला नहीं है। प्रकाश यादव नाम के टि्वटर हैंडल से कमेंट आया – वाह रे नीतीश सरकार। सुशासन बाबू कहलाने में आपको शर्म भी नहीं आती है? हर्ष कुमार लिखते हैं कि कितने शर्म की बात है, बिहार में एक मरीज को एंबुलेंस भी नसीब नहीं हो पा रही है। क्या ऐसे ही बन पाएंगे?
निकेत अस्थाना ने कमेंट किया कि यह तो मुख्यमंत्री जी के गृह जिले का नजारा है। रविंद्र नाम के एक यूजर पूछते हैं कि क्या सुशासन ऐसा होता है? ऐसा सब देखकर भी राजनीति के समाज सेवकों की आंख नहीं खुलती। क्या सिर्फ जुमले में सुशासन है? राहुल नाम के एक यूजर लिखते हैं कि 17 साल के बाद सुशासन के बाद बढ़ता बिहार।