Bihar Bizarre Wedding: कहा जाता है कि प्यार अगर सच्चा हो तो मिलन तय है। भले ही दुनिया वाले उन्हें अगल कर दें लेकिन किस्मत उन्हें मिला ही देती है। बिहार के जेहानाबाद से ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां एक प्रेमी युगल जिनकी शादी घरवालों ने अलग-अलग करा दी थी, उन्हें किस्मत ने फिर एक बार मिला दिया। किस्मत ने ऐसी करवट ली कि दोनों फिर एक बार करीब आए और दोनों ने शादी कर ली।

दोनों के प्यार को परिवार ने नकार दिया

मामला पटना जिले के सिंगौड़ी गांव का है। यहां के रहने वाले विजय कुमार साव और चंचला देवी बचपन से एक-दूसरे से प्यार करते थे। लेकिन उनके प्यार को परिवार ने नकार दिया और परिजनों के दबाव में दोनों ने अलग-अलग लोगों से शादी कर ली। हालांकि, किस्मत को कुछ और ही मंजूर था, शादी के बाद महिला के पति और युवक की पत्नी की मौत हो गई।

अपने-अपने जीवनसाथी को खोने के बाद दोनों फिर एक बार करीब आ गए और बीते दिनों गोक्षिणी स्थित मां मंडेश्वरी मंदिर में परिजनों के विरोध के बावजूद शादी कर ली।

जानकारी अनुसार तीन साल पहले चंचला के पति की सड़क हादसे में मौत हो गई। ऐसे में वो अपने दो बच्चों के साथ ससुराल में रह रही थी। इधर, एक साल पहले विजय की पत्नी की भी मौत गई। जब विजय ने चंचला के बारे में सुना तो उसके मन में चंचला के लिए फिर एक बार प्यार जाग गया। ऐसे में उसने चंचला को अपने दिल की बात बताई।

विजय का इजहार सुनकर चंचला को भी अपने बचपन का प्यार याद आ गया। ऐसे में दोनों ने शादी करने का निश्चय किया। लेकिन परिवार वाले फिर एक बार दोनों के रास्ते में खड़े हो गए। हालांकि, इस बार उन्होंने परिजनों और सामाज की नहीं, अपने दिल की सुनने का फैसला किया।

मंदिर में हिंदू रिती रिवाज से शादी कर ली

चंचला जो बचपन से अनाथ और दिव्यांग है का पति ही एक सहारा था। पति के जाने के बाद वो एकदम अकेली हो गई थी। ऐसे में विजय ने उससे शादी करने का निर्णय लिया। शादी को कोई गैरकानूनी ना ठहराए इसलिए पहले दोनों ने कोर्ट मैरिज की फिर मंदिर में हिंदू रिती रिवाज से शादी कर ली।

कोर्ट में इस अनोखी शादी की गवाह चंचला के दोनों बच्चे बने। वहीं, मंदिर में हुई शादी में गांव के लोगों ने रस्म निभाया और वर-वधू को आशीर्वाद दिया। ये शादी पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।