उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के पीसीएस की मुख्य परीक्षा का परिणाम आ गया है। आगरा की दिव्या सिकरवार ने टॉप किया है वहीं लखनऊ की प्रतीक्षा पांडे ने दूसरा, बुलंदशहर की नम्रता सिंह ने तीसरा स्थान हासिल किया है। मुरादाबाद की रहने वाली आयुषी सिंह ने भी इस परीक्षा को पास किया है। आयुषी सिंह के पिता का नाम योगेंद्र सिंह उर्फ ‘भूरा’ है, जिनकी पहचान एक अपराधी के तौर पर होती है।
कौन थे आयुषी के पिता योगेन्द्र सिंह उर्फ़ भूरा?
आयुषी सिंह के पिता मुरादाबाद के डिलारी के पूर्व ब्लाक प्रमुख थे, जिनपर हत्या समेत कई सारे आपराधिक मुकदमे दर्ज थे। इसी कारण से आयुषी सिंह के पिता की पहचान एक अपराधी के तौर पर होती रही है। हालांकि योगेंद्र सिंह उर्फ ‘भूरा’ की कोर्ट में पेशी के दौरान हत्या कर दी गई थी, हत्यारे अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। साल 2013 में एक हत्या में योगेन्द्र सिंह का नाम आया था, जिसकी वजह से वह जेल में बंद थे। 23 फरवरी 2015 फरवरी को उन्हें कोर्ट में पेश करने के लिए ले जाया गया, जहां उन्हें गोलियों से भून दिया गया था।
अब आयुषी सिंह की वजह से पहचाना जायेगा परिवार!
आयुषी सिंह के पिता की वजह से जहां पूरा परिवार बदमाश ‘भूरा’ की वजह से जाना जाता था तो वहीं अब आयुषी सिंह ने अपनी और अपने परिवार की पहचान बदल दी है। अब उन्हें और परिवार को डीएसपी आयुषी सिंह के नाम से जाना जायेगा।
मीडिया से बात करते हुए आयुषी सिंह ने कहा है कि उनके पिता का सपना था कि वह अधिकारी बनें। अब उनका सपना पूरा हो गया है। आयुषी सिंह ने बताया कि रिजल्ट आने के बाद उन्होंने अपनी मां को जानकारी दी तो वह पिता के सपने को पूरा होता देख भावुक हो गईं। आयुषी सिंह ने कहा कि अफसर बनकर मैं बहुत खुश हूं, मेरी इस उपलब्धि में परिवार का बड़ा योगदान है।
आयुषी सिंह ने UPSSC की परीक्षा में 62वीं रैंक हासिल किया है। योगेंद्र सिंह के दो बच्चे है, एक बेटा आदित्य और दूसरी बेटी आयुषी। आदित्य, आईआईटी दिल्ली से एमटेक कर रहा है। आयुषी सिंह ने 2019 में दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया और फिर उन्होंने 2021 में पॉलिटिकल साइंस से MA किया। आयुषी ने नेट का एग्जाम दिया, जिसमें वह पास हो गई और इसके बाद पिछले दो सालों से UPPSC की तैयारी कर रही थीं।