बिहार के औरंगाबाद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें एक महिला अधिकारी और पूर्व राज्यपाल, दिल्ली के पूर्व DGP और सांसद रहे निखिल कुमार के बीच कहासुनी हो रही है। इस बातचीत के दौरान निखिल कुमार, महिला अधिकारी से आक्रोश में बात कर रहे हैं। शिकायत करते हुए कह रहे हैं कि मेरा फोन क्यों नहीं उठाते?

पुलिस अधिकारी पर क्यों तमतमाए पूर्व आईपीएस?

बताया जा रहा है कि पूर्व राज्यपाल, दिल्ली के पूर्व DGP और सांसद रहे निखिल कुमार अपने आवास पर लोगों की समस्याएं सुन रहे थे। इस दौरान उन्हें चोरी की घटना की कई शिकायतें मिली। ऐसे में उन्होंने ASP को फोन लगाया लेकिन फोन नहीं उठा. ऐसी स्थिति में थोड़ी ही दूर पर मौजूद ASP आवास पर वह अपने समर्थकों के साथ पहुंच गए। गार्ड से ASP को सन्देश भिजवाया लेकिन ASP ने कहा कि मैं आवास पर किसी से नहीं मिलती, उनसे कहिए कि ऑफिस आएं।

दोनों के बीच हुई कहासुनी, वीडियो हो रहा वायरल

यह जवाब सुनकर निखिल कुमार आक्रोशित हो गए और अपना पूरा परिचय दिया। इसके बाद ASP अपने आवास से बाहर आईं और निखिल कुमार से बात की। स्वीटी सेहरावत ने निखिल कुमार को ऑफिस चलने के लिए कहा लेकिन वह नहीं माने। उन्होंने कहा, ‘यह सही नहीं है। मैं यही मिलूंगा और पुलिस मैनुअल के अनुसार कोई भी पुलिस पदाधिकारी आम जनता के लिए 24 घंटे उपलब्ध रहता है।’ इस पर स्वीटी सेहरावत ने कहा, ‘हमारे साथ भी कुछ परेशानियां हैं। इसलिए मैं किसी से आवास पर नहीं मिलती।’

आक्रोशित निखिल कुमार ने ASP स्वीटी कुमारी को पुलिस मैन्युअल से लेकर प्रोटोकॉल तक की जानकारी दे डाली। अपना पक्ष रखते हुए स्वीटी कुमारी केरल-नागालैंड के पूर्व राज्यपाल और दिल्ली के पूर्व DGP निखिल कुमार की बातें सुनती रहीं और उनकी शिकायतों पर कार्रवाई का भरोसा दिया। अब सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हो रहा है और इस पर लोगों की खूब प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।

सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं

प्र्भाकर मिश्रा ने लिखा, ‘जो भी हो लेकिन अगर निखिल कुमार जी के सर्विस में रहते उनसे कोई इस तरह बात करता तो पता नहीं उसकी क्या हालत होती।’ नरेंद्र प्रताप ने लिखा, ‘जिले में तैनात SP, SSP और एएसपी के आवास पर एक कैंप ऑफिस भी होता है। वहां मुलाकात की जा सकती है। आईपीएस साहिबा का यह बयान गलत है।’ अर्पित आलोक मिश्र ने लिखा, ‘ASP ने जिस तरीके से हैंडल किया, उसकी तारीफ बनती है।’ रोहित सिंह यादव ने लिखा, ‘हर किसी का एक पर्सनल स्पेस है, इस बात को कतई झुठलाया नहीं जा सकता है।’

सोशल मीडिया पर लोग इस वायरल वीडियो पर खूब प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कई लोगों का कहना है कि अधिकारियों की भी अपनी जिन्दगी होती है, उन्हें भी आराम चाहिए होता है, ऐसे में उन्हें हर समय डिस्टर्ब करना ठीक नहीं है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि पब्लिक सर्विस में रहने के दौरान आपको 24 घंटे जनता के लिए उपलब्ध रहना होता है। अगर अधिक आराम की जरूरत है तो नौकरी छोड़ दें।