प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में बुधवार को एक गंभीर चूक हुई। इस मामले को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। इस मामले में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे गंभीर मुद्दा बताते हुए सवालों की झड़ी लगा दी है। उन्होंने यह भी पूछा है कि एसपीजी ने पीएम को 2 घंटे से ज्यादा की सड़क यात्रा क्यों करवाई।
अपने ट्वीट में अशोक गहलोत ने लिखा, “यह एक गंभीर मामला है। पूर्व में भारत के दो प्रधानमंत्रियों इन्दिरा गांधी और राजीव गांधी की हत्या हो चुकी है जिसके बाद प्रधानमंत्री की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी एसपीजी को सौंप दी गई। पीएम की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एसपीजी एक्ट में विशेष प्रावधान किए गए हैं।”
एजेंसियों की जिम्मेदारी हो तय : सीएम ने आगे कहा कि पीएम के दौरे की सुरक्षा की जिम्मेदारी एसपीजी और आईबी की होती है। इसके साथ ही राज्य पुलिस एसपी जी के निर्देशों और सलाह पर काम करती है। एसपीजी की अनुमति के बिना पीएम का काफिला आगे नहीं बढ़ सकता है। उन्होंने एजेंसियों की जवाबदेही पर सवाल उठाते हुए लिखा कि एसपीजी को बताना चाहिए कि बिना पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के प्रधानमंत्री को 2 घंटे से अधिक समय की सड़क यात्रा क्यों करवाई?
गहलोत ने इसे एक गंभीर मुद्दा बताते हुए कहा कि इस विषय पर राजनीति होने के बजाय एसपीजी, आईबी तथा अन्य एजेंसियों की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। भाजपा द्वारा इस मुद्दे पर कांग्रेस एवं पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी के खिलाफ की जा रहीं टिप्पणियां मुद्दे की गंभीरता को कम करती है। इसकी निंदा की जानी चाहिए।
गौरतलब है कि इस विषय पर बीजेपी कांग्रेस को घेरती नजर आ रही है। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी सहित ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस मामले में कांग्रेस पर निशाना साधा है। जानकारी के लिए बता दें कि गृह मंत्रालय ने भी सुरक्षा में इस गंभीर चूक का संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। राज्य सरकार को भी इस शो की जिम्मेदारी तय करने और सख्त कार्रवाई करने को कहा गया है।