ज्ञानवापी मस्जिद विवाद को लेकर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी लगातार केंद्र सरकार और बीजेपी पर हमलावर हैं। उन्होंने हाल में ही कहा कि हमारी निशानियां मिटाई जा रही हैं। बीजेपी और आरएसएस ने मुसलमानों के खिलाफ एलान-ए-जंग कर दिया है। इसी विषय पर हो रही एक टीवी डिबेट के दौरान बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला और AIMIM नेता वारिस पठान एक दूसरे से भिड़ गए।

समाचार चैनल ज़ी न्यूज़ पर हो रही डिबेट के दौरान वारिस पठान ने कहा कि पहले मेरी बात सुनिए। एंकर ने इस पर भड़कते हुए कहा कि यहां पर भाषण सुनने के लिए नहीं बुलाया गया है, सीधी अपनी बात करिए। शहजाद पूनावाला ने एंकर द्वारा ओवैसी के बयान पर पूछे गए एक सवाल पर कहा, ‘ओवैसी कह रहे हैं कि औरंगजेब उनके बाप नहीं है तो वह चीजों को पर्सनल क्यों ले रहे हैं। क्या यह लोग औरंगजेब को अपना आइकन मानते हैं।’

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि जब मुगलों के कुकर्म की जांच की जाती है तो इन्हें दिक्कत क्यों होती है। इसके साथ उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे को नहीं रोका। क्या उन्हें 1991 एक्ट की जानकारी नहीं है। पूनावाला ने आगे कहा, ‘अगर आपको वहां की सच्चाई पता है तो खुलेआम जांच का समर्थन क्यों नहीं करते। आप तो उस प्रकार से डर रहे हो, जैसे बाप को पता होता है कि वह उसका बेटा नहीं है इसलिए वह डीएनए टेस्ट से डरता है।’

वारिस पठान ने दिया ऐसा जवाब : जब बीजेपी प्रवक्ता ने वारिस पठान से जवाब मांगा तो उन्होंने कहा मैं तो केवल एंकर और आपकी बात सुन रहा हूं। उन्होंने आगे एंकर से कहा कि जब आप पत्रकारिता की पढ़ाई कर रहीं थी, तब से मैं टीवी डिबेट में शामिल हो रहा हूं। इस पर एंकर ने भड़कते हुए पूछा कि आप बताइए मैं पत्रकारिता की पढ़ाई कब कर रही थी।

बीजेपी प्रवक्ता को जवाब देते हुए वारिस पठान ने कहा कि भारत के मुसलमानों को मुगलों से जोड़ना बहुत गलत है। मुगलों से मुसलमानों का लेना देना नहीं है। इस पर बीजेपी प्रवक्ता कहने लगे कि आप एक बार औरंगजेब मुर्दाबाद बोल दो। इस पर उन्होंने कहा कि मैं औरंगजेब मुर्दाबाद नहीं बोलूंगा और औरंगजेब की मजार पर जाना गलत बात नहीं है। उन्होंने कहा कि आप के नेता लालकृष्ण आडवाणी तो जिन्ना की मजार पर माथा टेकने चले जाते हैं।