मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव अक्सर पार्टी लाइन से हटकर बयान देती रहती हैं। उनसे एक इंटरव्यू के दौरान अयोध्या में बन रहे राम मंदिर को लेकर अखिलेश यादव द्वारा दिए गए बयान पर को लेकर सवाल पूछा गया था। इसपर उन्होंने कहा था कि मैं सिर्फ अपना काम करती हूं। अपर्णा ने और कई मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखी थी।

अपर्णा से पूछा गया कि आपने भी राम मंदिर निर्माण के लिए सहयोग राशि दी है? इसके जवाब में उन्होंने कहा था कि मैंने तो सहयोग राशि दी है और अपने कार्यकर्ताओं से भी इसमें सहयोग करने के लिए कहा है। उन्होंने राम मंदिर निर्माण को लेकर कहा था, ‘राम मंदिर एक राष्ट्र मंदिर के रूप में उभरकर आ रहा है। यह सबका मंदिर है और इसमें सबको योगदान देना चाहिए।’

आगे पत्रकार ने उनसे पूछा, राम मंदिर निर्माण के लिए दी जा रही सहयोग राशि को लेकर तमाम प्रकार के विवाद खड़े हो रहे हैं। आपके परिवार के नेता अखिलेश यादव ने भी उन लोगों को ‘चंदाजीवी’ भी कहा है? इस सवाल पर अपर्णा ने कोई भी टिप्पणी देने से मना करते हुए कहा था, मुझे जो सही लगता है मैं वही करती हूं। राम हमेशा से ही मेरे प्रेरणा रहे हैं।

उन्होंने प्रभु राम को भारत का चरित्र बताते हुए कहा था, ‘राम मंदिर निर्माण के लिए न जाने कितनी पीढ़ियां कुर्बान हुईं। इसके लिए तमाम लोगों ने अपने प्राण भी दिए हैं। ऐसे में हम सभी को इस ऐतिहासिक पल में शामिल होते हुए राम मंदिर निर्माण के लिए समर्पण राशि देनी चाहिए।’

उन्होंने स्वयं को सनातनी बताते हुए कहा था कि मैंने जो कुछ भी किया है वह अपनी स्वेच्छा से किया है। इस पर जो लोग भी टिप्पणी कर रहे हैं। उनको मैं कोई जवाब नहीं दूंगी। उन्होंने कहा था, आज भी हम चाहते हैं कि हमारे परिवार के लड़के राम जैसे बने। जो लोग भी इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं, वह जरा सा भी राम को पढ़ लेंगे तो भारत में रामराज्य की स्थापना हो जाएगी।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किसान आंदोलन को लेकर दिए गए ‘आंदोलनजीवी’ वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए अखिलेश यादव ने कहा था कि अब जो घर-घर जाकर चंदा ले रहे हैं, क्या वह ‘चंदाजीवी’ संगठन के सदस्य नहीं है। उस वक्त उनके इस बयान पर घमासान मच गया था।