यूपी के गोरखपुर के होटल में मनीष गुप्ता के मृत्यु के विषय पर हो रही एक न्यूज़ चैनल पर डिबेट के दौरान सपा अनुराग भदौरिया ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, अगर सपा प्रमुख अखिलेश यादव पीड़ित परिवार से मिलने न गए होते तो सीएम योगी आदित्यनाथ का उड़न खटोला न उड़ता।
दरअसल यह डिबेट आज तक न्यूज़ चैनल के कार्यक्रम ‘दंगल’ में हो रही थी जिसमें एंकर चित्रा त्रिपाठी ने मनीष गुप्ता की पत्नी का एक वीडियो दिखाते हुए सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया से सवाल पूछा, मनीष गुप्ता की पत्नी कह रही है कि अब तक सपा ने मेरा साथ दिया है लेकिन अब सपा गलत कर रही है? क्या आप लोग इस मामले पर राजनीति कर रहे हैं?
सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने इस सवाल के जवाब में कहा, हम लोग राजनीति नहीं करते 24 घंटे में जिन पुलिसवालों ने मनीष गुप्ता की पीट-पीटकर हत्या कर दी, उस पर बीजेपी सरकार ने FIR नहीं करवाई, पुलिस वालों पर हत्या का मुकदमा नहीं करवाया…पुलिस वाले को जेल नहीं भेजा। उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, ऊपर से डीएम और एसपी को समझाने के लिए भेजा गया कि मुकदमा मत कराओ। डीएम एसपी कह रहे हैं कि कानून ही मत मानिए।
उन्होंने कहा, डीएम और एसपी कानून की धज्जियां उड़ा रहे थे तो समाजवादी पार्टी ने अगर इस मामले को प्रकाश में नहीं लाती और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पीड़ित परिवार से कानपुर मिलने न जाते तो इनके मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का उड़न खटोला न उड़ता। सपा प्रवक्ता ने कहा, हमने इनका उड़न खटोला उड़ाया है।
सपा प्रवक्ता ने मनीष गुप्ता की पत्नी का जिक्र करते हुए कहा, हमारी सरकार ने मांग की है कि उस बहन को सरकारी नौकरी दी जाए। इसके साथ ही उनको दो करोड़ की आर्थिक मदद दी जाए। अगर हम न कहते तो यह कुछ न देते। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया, इन्होंने मामले को रफा-दफा करने के लिए डीएम एसपी को भेज दिया था।