केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को कांग्रेस छोड़ें लगभग 2 साल हो गए हैं। इसके बाद भी कांग्रेस को लेकर तमाम इंटरव्यू के दौरान उनसे सवाल जरूर किए जाते हैं। उन सवालों से अक्सर ही सिंधिया बचने की कोशिश करते दिखाई देते हैं। हाल में ही आज तक न्यूज़ चैनल के कार्यक्रम ‘एजेंडा आजतक’ में पहुंचे सिंधिया से उनके मंत्रालय और कांग्रेस को लेकर कई सवाल पूछे गए।

एंकर श्वेता सिंह ने उनसे पूछा – हम अपनी नौकरी जब छोड़कर जाने वाले होते हैं तो हमसे एक एग्जिट इंटरव्यू लिया जाता है। जिसमें हमसे कई वजह पूछी जाती है कि हम यह संस्थान क्यों छोड़ कर जा रहे हैं। क्या उसी तरह से कांग्रेस में आपका इंटरव्यू हुआ था। इस सवाल पर सिंधिया ने कहा, ” कांग्रेस में नो एंट्री इंटरव्यू होता है और ना ही एग्जिट इंटरव्यू होता है। जब आप कांग्रेस के अंदर होते हो तब भी कोई इंटरव्यू नहीं होता है।”

ज्योतिरादित्य सिंधिया का वर्किंग मॉडल क्या है? इस सवाल पर सिंधिया ने बताया, ” हमारी जिम्मेदारी है कि हम इस सेक्टर को ऐसा बनाना चाहते हैं जो धीरे-धीरे आगे बढ़ सके। अगर आपको इस तरह करना है तो इसके संरचनात्मक मॉडल में बदलाव करना होगा। इसी को लेकर हम पिछले चार महीनों से कोशिश कर रहे हैं। कोविड के इस माहौल में हमने कोशिश की है कि सबकुछ धीरे-धीरे सामान्य किया जा सके।”

इसके साथ सिंधिया ने कहा – हमने राज्यों में जाकर सरकारों को यह बताया है कि नागर विमानन मंत्रालय के साथ इकोनॉमी को कैसे बढ़ाया जा सकता है। आप अगर वैट घटाएंगे तो आपके प्रदेश में निश्चित रूप से कनेक्टिविटी बढ़ेगी। इससे बेहतर ढंग से आर्थिक प्रगति और विकास हो पाएगा। उन्होंने बताया कि 8 राज्य हमारी इस बात से सहमत भी हुए हैं और उस वैट को काफी हद तक कम किया है।

उन्होंने जानकारी दी कि उत्तराखंड में वैट कम करने के 10 दिन बाद ही 8 एरोप्लेन कनेक्टिविटी और अट्ठारह हेलीकॉप्टर कनेक्टिविटी बढ़ गई। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि कोविड के दौरान सबसे ज्यादा नुकसान नागर विमानन क्षेत्र को उठाना पड़ा है। इस क्षेत्र को मजबूती प्रदान करना हमारी प्राथमिकता है।