चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि ट्वीट और कैंडल मार्च से बीजेपी को हराना मुश्किल है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के बगैर भी विपक्ष मुमकिन है। उनसे 2017 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और सपा को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस गलती को मैं स्वीकार करता हूं।
समाचार चैनल टाइम्स नाउ नवभारत से बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा, ‘ बीजेपी 2022 में यूपी चुनाव जीत जाती है तो उससे यह मान लेना कि बीजेपी 2024 का भी चुनाव जीत जाएगी यह सही नहीं है।’ उन्होंने कहा कि यूपी विधानसभा चुनाव 2012 में बीजेपी की हार हुई थी लेकिन 2014 लोकसभा चुनाव उन्होंने ऐतिहासिक जीत हासिल की थी।
एंकर ने उनसे पूछा कि 2014 के पहले बीजेपी को आप मिल गए थे इसलिए यह जीत हुई? इसके जवाब में प्रशांत किशोर ने कहा कि मैं इस तरह का क्लेम बिल्कुल नहीं करता हूं। पीएम नरेंद्र मोदी जहां भी है वह अपनी ताकत की वजह से हैं, प्रशांत किशोर जैसे लोग किसी को हरा या जीता नहीं सकते हैं। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि यह केवल मोदी जी के लिए ही नहीं है, जिनके साथ ही मैंने काम किया है। सबके साथ ही यही है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 में ‘यूपी के दो लड़के’ क्यों हारे – प्रशांत किशोर ने कहा कि उस चुनाव में जो भी कुछ गलत हुआ उसकी जिम्मेवारी मेरे ऊपर है। मुझे लगता है कि मैंने जो प्लान तैयार किया था उसके हिसाब से काम नहीं कर पाया था। उन्होंने आगे कहा, ‘ अगर मैं कहूं कि उसमें समाजवादी पार्टी या कांग्रेस की गलती थी तो वह सही नहीं होगा।’
क्या राहुल गांधी देश के प्रधानमंत्री बन सकते हैं? इस सवाल पर प्रशांत किशोर ने कहा कि वह बिल्कुल देश के प्रधानमंत्री बन सकते हैं। इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस गांधी परिवार के बिना भी राजनीति कर सकती है। अगर कांग्रेस के नेता एक साथ आकर कहते हैं कि इस पार्टी को गांधी परिवार के बिना चलाया जा सकता है..यह भी हो सकता है। इसके साथ प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि केवल यह मानना कि गांधी परिवार कांग्रेस है तो यह गलत है।