समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पूर्व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति की बेटी की शादी में शामिल होने के लिए अमेठी पहुंचें थे। जिसके बाद उन्होंने अमेठी सांसद स्मृति ईरानी पर निशाना साधा। इसके साथ उन्होंने अमेठी की महिलाओं के साथ बात करते हुए तस्वीर शेयर की। उन्होंने कहा कि अब अमेठी बड़े लोगों को नहीं बड़े दिलवाले लोगों को चुनेगा। उनके द्वारा किये गए पोस्ट पर लोगों ने कई तरह के कमेंट्स किये।
सपा प्रमुख ने किया ऐसा ट्ववीट
अखिलेश यादव ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से अमेठी की महिलाओं के साथ बात करते हुए कुछ फोटो शेयर की। जिसके साथ उन्होंने लिखा,’अमेठी में ग़रीब महिलाओं की दुर्दशा देखकर मन बहुत दुखी हुआ। यहाँ हमेशा वीआईपी जीते और हारे हैं, फिर भी यहाँ ऐसा हाल है तो बाकी प्रदेश का क्या कहना। अगली बार अमेठी बड़े लोगों को नहीं बड़े दिलवाले लोगों को चुनेगा। सपा अमेठी की दरिद्रता को मिटाने का संकल्प उठाती है।’
अखिलेश यादव ने स्मृति ईरानी पर बोला हमला
अखिलेश यादव ने स्मृति ईरानी पर निशाना साधते हुए कहा कि अमेठी की बीजेपी सांसद सिलेंडर वाली सांसद हैं, होली आ गई है लेकिन अभी तक गरीबों को सिलेंडर नहीं मिला है। आज चीनी, रिफाइंड और आटा सभी कुछ महंगा हो गया है। इसके साथ उन्होंने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि किसानों को बीजेपी आलू की कीमत भी नहीं दे पा रही है। किसानों की आय दोगुनी करने वाली बीजेपी कुछ भी नहीं कर रही।
सोशल मीडिया यूजर्स के रिएक्शन
हरीश नाम के एक ट्विटर यूजर ने सवाल किया कि बाकी प्रदेश का क्या कहना? क्यों सर भाजपा बसपा और अपनी पार्टी का नाम नहीं लेते? कितने साल से कुर्सी कुर्सी खेल रहे हैं आप। राहुल गांधी नगर भाजपा की विपक्षी पार्टियों को साथ आने को कहा है तो नियत साफ रखिए। महेश नाम के एक यूजर ने लिखा- ज्यादातर समय अमेठी का सांसद गांधी परिवार से ही था। आपके पिता बिजी चार बार और आप स्वयं एक पूरे टर्न प्रदेश के मुखिया रहे, तब ध्यान नहीं गया अमेठी की गरीब महिलाओं की दुर्दशा पर?
विकास शुक्ला नाम के एक यूज़र ने कमेंट किया कि अगर इतनी मेहनत 2022 में की होती तो शायद आज आप यूपी की सत्ता में बैठे होते। विनोद कुमार नाम के एक यूज़र कमेंट करते हैं- समाजवादी पार्टी अमेठी में गांधी परिवार के खिलाफ कभी अपना उम्मीदवार ही नहीं देती थी। आज जो कहीं के नहीं रहे तो अमेठी याद आ रहा है। स्मृति ईरानी ने गांधी परिवार के युवराज को उखाड़ फेंका है और अब अमेठी का कायाकल्प बदल रहा।
जानकारी के लिए बता दें कि 2019 लोकसभा चुनाव में अमेठी सीट पर स्मृति ईरानी से राहुल गांधी को करारी हार मिली थी। गौरतलब है कि स्मृति ईरानी इससे पहले 2014 में भी अमेठी सीट से चुनाव लड़ी थी लेकिन उस चुनाव में उन्हें जीत नहीं हासिल हो पाई थी।