समाजवादी पार्टी के मुखिया व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफा देने के बाद से इस बात पर चर्चा जोरों पर है कि आजमगढ़ से अब लोकसभा चुनाव कौन लड़ेगा। बुधवार को डॉ राम मनोहर लोहिया जयंती के मौके पर लोहिया पार्क पहुंचे अखिलेश यादव ने आजमगढ़ से डिंपल यादव के चुनाव लड़ने के सवाल पर जवाब दिया।
लोहिया पार्क में पत्रकारों से बात करते हुए अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इन की गलत नीतियों की वजह से पेट्रोल और डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं। इसके साथ उन्होंने सवाल उठाया कि इन कंपनियों को जो फायदा हो रहा है, वह कहां जा रहा है। इसका फायदा बड़े-बड़े उद्योगपतियों को हो रहा है।
अखिलेश यादव ने अपने पुराने बयान का जिक्र कर कहा कि मैंने पहले ही कहा था कि चुनाव के बाद सरकार महंगाई बढ़ा देगी। एमएलसी चुनाव के विषय पर उन्होंने सपा के एमएलसी प्रत्याशी के साथ हुई मारपीट की बात करते हुए कहा कि बीजेपी गुंडों का सहारा लेकर लोकतंत्र खत्म करने में लगी हुई है। बीजेपी बहुमत सिद्ध करने के लिए गुंडई पर उतर आई है और इसमें उनका डीएम और एसपी सहयोग कर रहे हैं।
25 मार्च को उत्तर प्रदेश के कार्यकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शपथ समारोह में जाने के सवाल पर सपा अध्यक्ष ने कहा कि समाजवादी पार्टी को जनता ने संघर्ष का जनादेश दिया है इसलिए हम सदन से लेकर सड़क तक अपने सिद्धांतों को लेकर आगे बढ़ेंगे। डिंपल यादव के आजमगढ़ से लोकसभा के उपचुनाव के विषय पर पूछे गए एक सवाल पर सपा प्रमुख ने कहा कि पार्टी जो भी निर्णय लेगी। हम उस पर काम करेंगे।
जानकारी के लिए बता दें कि अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया के जरिए कहा है कि विधानसभा में उत्तर प्रदेश के करोड़ों लोगों ने हमें नैतिक जीत दिलाकर जन आंदोलन का जनादेश दिया है। इसका मान रखने के लिए मैं करहल का प्रतिनिधित्व करूंगा व आजमगढ़ की तरक्की के लिए भी वचनबद्ध रहूंगा। इसके साथ उन्होंने लिखा कि महंगाई बेरोजगारी और सामाजिक अन्याय के खिलाफ संघर्ष के लिए ये त्याग जरूरी है ।