उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व सपा प्रमुख अखिलेश यादव सोमवार को राजधानी लखनऊ स्थित जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर पहुंचे थे। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल से वहां की कुछ तस्वीरें शेयर की। उनके द्वारा शेयर की गई तस्वीर पर यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रतापगढ़ में एक रैली को संबोधित करते हुए सपा अध्यक्ष पर चुटकी ली।

दरअसल सपा प्रमुख ने तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि भाजपा सरकार में JPNIC की दुर्दशा देखकर दुख भी होता है तथा भाजपा की विकास विरोधी सोच पर क्षोभ भी। ये परम आदरणीय जय प्रकाश जी का अपमान भी है और स्वतंत्रता व लोकतंत्र के रक्षकों के प्रति कुंठित भाजपाई सोच का प्रमाण भी। भाजपा स्वतंत्रता व लोकतंत्र की विरोधी है। इसके साथ उन्होंने जो तस्वीर शेयर की है, उसमें उनकी जेब में एक बोतल नज़र आ रही है।

इसीको लेकर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि समाजवादी पार्टी के नेताओं के घरों की दीवारों से भी देवी लक्ष्मी अब निकलने लग गई हैं। नोटों की गड्डियां अनगिनत, जो गिने नहीं जा रहे हैं। तीन दिन से गिने जा रहे हैं। गिनते-गिनते सभी अधिकारी जब थक गए हैं तो समाजवादी पार्टी के बबुआ अपनी जेब में बोतल ले करके फिर रहे हैं।

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए सीएम योगी ने कहा कि अब उनको जनता के सामने जब अपना असली चेहरा नहीं दिखाई दे रहा है तो स्वीडन में बनी बोतल को अपनी जेब में रख करके एक नई नौटंकी करते दिखाई पड़ रहे हैं। इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि अब समझ आया होगा कि बुआ और बबुआ नोटबंदी का विरोध क्यों करते थे। क्योंकि प्रदेश की जनता को लूट कर इन लोगों ने अपने घरों की दीवारों में नोटों को कैद करके रखा था।

सीएम योगी ने कहा – इनको भय था कि अगर मोदी जी इन नोटों को चलन से दूर कर देंगे तो यह लोग अपने हाथ में कटोरा लेकर घूमते रहेंगे। योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि आपने इनके कारनामे देखे होंगे। इनकी सरकार में राशन की सुविधा हजम कर ली जाती थी। आज हर गरीब को फ्री में राशन मिल रहा है। अगर सपा की सरकार होती तो चाचा और भतीजे में लूट मच गई होती और गरीब देखता रह जाता।