शनिवार 4 मार्च को काशी के मणिकर्णिका घाट पर चिता भस्म की होली खेली गई। घाट पर धधकती चिताओं के बीच ‘खेलें मसाने में होरी दिगंबर’ गीत पर सैकड़ों काशीवासी थिरकते दिखाई दिए। इस दौरान हर-हर महादेव के उद्घोष से महाश्मशान गुंज गया। हालांकि इसी दौरान पुलिस ने कुछ युवकों की पिटाई कर दी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और अब इस पर अखिलेश यादव ने सरकार पर तंज कसा है।
क्या बोले अखिलेश यादव?
वीडियो में दिखाई दे रहा है कि एक युवक, जिसके हाथ में डमरू है उसे कुछ पुलिसकर्मी पीटते दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो को शेयर कर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लिखा है कि भाजपाकाल में काशी के घाट पर लाठी से पुलिसिया होली खेलने का नया दौर आया है। शुक्र तो ये मनाइए कि होली खेलनेवालों पर भाजपाइयों ने बुलडोज़र नहीं चलवाया। शायद एकरंगी सोचवालों को बहुरंगी होली पसंद नहीं।
सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं
@irahulvalmiki यूजर ने लिखा कि सूप बोले तो बोले चलनी क्या बोले, जिसमें 72 छेद हैं। अयोध्या सरयू का जल राम भक्तों के लहू से लाल करके “होली” सिर्फ समाजवादी पार्टी ने खेली है। सपा सरकार की “कानून व्यवस्था” ने अनगिनत राम भक्तों को गोलियों से मरवा दिया, जनता आपकी घटिया राजनीति देख रही, और लगातार आपको ठुकरा रही है। एक यूजर ने लिखा कि यूपी वालों को “लठ्ठ मार होली” की हार्दिक बधाई।
@socialist_nizam यूजर ने लिखा कि जिस तरह से आज की वर्तमान सरकार में जनता के ऊपर नाजायज लाठी डंडे बरसाए जा रहे हैं ये अति निंदनीय है, वर्तमान सरकार में सरकार के साथ साथ प्रशासन के लोग भी अपनी मनमानी का बुलडोजर जनता पर चलाने का कार्य कर रहे हैं। एक अन्य यूजर ने लिखा कि यही तो असली हिंदुत्व है, हिंदू अपना त्यौहार मनाए और लाठी खाएं। एक यूजर ने लिखा कि सपा के अध्यक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री, नेता प्रतिपक्ष, पूर्व सांसद… बिना जानकारी के लिए और अर्धसत्य आरोप लगा रहे हैं, इसीलिए गर्त में जा रहे हैं।
बता दें कि वाराणसी पुलिस ने वायरल वीडियो पर बताया है कि एक युवक नशे में आकर, डमरू दल के व्यक्ति का डमरू लेकर भागने लगा, जिससे वहां अव्यवस्था फ़ैल रही थी। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करके नशे में धुत युवक को वहां से निकाला। इसके बाद अखिलेश यादव को लोगों ने ट्वीट करने से पहले घटना की जानकारी इकट्ठा करने की सलाह दी है।