समाजवादी पार्टी के नेता व उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य (SP Leader Swami Prasad Maurya) द्वारा रामचरितमानस (Ramcharitmanas) को लेकर दिए गए बयान के बाद से ही सियासी गलियारे में हलचल तेज है। एक तरह बीजेपी नेता (BJP) उन पर प्रहार कर रहे है तो वहीं दूसरे दलों का कहना है कि स्वामी प्रसाद मौर्य सपा (SP) में बीजेपी के एजेंट के तौर पर काम कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी के विधायक नरेश बालियान (BJP MLA Naresh Balyan) ने बीजेपी सांसद व स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा मौर्य (BJP MP Sanghmitra Maurya) का जिक्र करते हुए उनपर निशाना साधा है। आम यूजर ने भी कई तरह के रिएक्शन दिए हैं।

आप नेता ने किया ऐसा ट्ववीट

आप नेता नरेश बालियान ने स्वामी प्रसाद मौर्य पर निशाना साधते हुए कहा,”स्वामी प्रसाद मौर्या की बेटी BJP से सांसद है। ये आदमी अपनी बेटी को BJP के खिलाफ समझा नही पाया, लेकिन पवित्र ग्रंथ राम चरित मानस को फाड़ कर आम जनता को उकसा कर राजनीति कर रहा है। ये भाजपा के एजेंट हैं। UP विधानसभा चुनाव से पहले ये भाजपा इसलिए छोड़ा क्यों की भाजपा ने इनके लोगों को टिकट नही दिया था।”

उन्होंने आगे लिखा कि ऐसे लोगो से बचे। जब देश में हिंदू–मुस्लिम जैसे मुद्दे हावी हैं तब ये दूसरा धर्म का मुद्दा लेकर घुस गया।इसका खुद का पेट भरा हुआ है, आपको उकसा कर राजनीति करना चाह रहा। मुद्दे से न भटके।रोजगार, शिक्षा,स्वास्थ्य को मुद्दा बनाए रखे। इनकी क्या?ये फिर कल BJP में जायेगा। नरेश बालियान द्वारा किये गए इस ट्ववीट पर कुछ लोगों ने उनके बातों का समर्थन किया है, वहीं कुछ लोगों ने आप नेता पर ही कटाक्ष करते हुए कमेंट किया है।

सोशल मीडिया यूज़र्स के रिएक्शन

@azeemali3119 नाम के एक ट्विटर हैंडल से लिखा गया,”स्वामी प्रसाद मौर्य जैसे नेता मझे हुए खिलाड़ी हैं। विधायक, सांसद, मंत्री और राज्यसभा सांसद सब रह चुके हैं, मगर आज तक जो इन्हें वोट देते हैं। उनको ही नहीं पता इन्होने क्या काम करवाया है? उनके लिए कितने स्कूल अस्पताल बनवाएं अपने क्षेत्र में बनवाये हैं?” @KuntalAmin नाम के एक यूजर ने कमेंट किया- अब भाजपा का कौन एजेंट है, कौन नहीं, ये तो आम आदमी पार्टी से ज्यादा किस को पता होगा?

@Shagufta नाम के एक ट्विटर हैंडल से लिखा गया,”सहमत हूं, बीजेपी इस मुद्दे पर खुलकर बोल भी नहीं रही है क्योकि उसे पता है कि अभी चुनाव में बहुत वक़्त है। जानकारी के लिए बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थकों ने लखनऊ में रामचरितमानस जला दी थी। इसको लेकर उनके और उनके समर्थकों पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली थी और 5 लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया था।