राहुल गांधी की संसद सदस्यता जाने के बाद के बाद विपक्षी दलों द्वारा नरेंद्र मोदी सरकार पर कई तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं। विपक्षी दलों का आरोप है कि इस सरकार में कोई भी अपनी आवाज नहीं उठा पा रहा है और लोकतंत्र को खत्म कर दिया जा रहा है। इस बीच सोशल मीडिया पर देश के कई जानी-मानी हस्तियों का वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें वह एक विज्ञापन के जरिये धर्म के आधार पर न बंटने की बात कर रहे हैं।
वायरल हुआ आमिर सहित कई हस्तियों का वीडियो
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में अभिनेता आमिर खान के साथ ‘लगान’ फिल्म आशुतोष गौरीकर हैं। वीडियो की शुरुवात में आमिर खान कहते हैं कि धर्म के नाम पर बहुत लोग बहुत सारे जुल्म करते हैं, जिसके बाद आशुतोष गौरीकर पूछते हैं कि क्या कोई खुदा या भगवान इस जुल्म को माफ़ करेगा? इस बीच सचिन तेंदुलकर कहते हैं, ‘इस बात से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता की अपराधी हिन्दू है या मुस्लिम, मैं सचिन तेंदुलकर सबसे पहले एक हिंदुस्तानी हूं।’ इसी वीडियो में अभिनेता अमिताभ बच्चन द्वारा कहा जाता है कि एक हिंदुस्तानी पर जुल्म, सारे हिंदुस्तानी पर जुल्म है। इस वीडियो में बालासाहब ठाकरे से लेकर अनुपम खेर, रवीना टंडन, अभिषेक बच्चन तक कहते हैं कि मैं एक हिंदुस्तानी हूं।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो पर लोगों ने कई तरह के सवाल किये हैं। कुछ यूज़र्स ने इस वीडियो के साथ सवाल किया कि अब इस तरह कोई बोल सकता है या फिर कुछ लोगों ने कहा कि अब इन लोगों की जुबान क्यों नहीं खुलती है। कुछ यूज़र्स ने तो यहां तक लिखा कि अगर इस सरकार में इस तरह की अपील की जाएगी तो सरकार सभी पर NSA लगाकर जेल में डाल देगी।
केआरके ने कही यह बात
कोंग्रेस नेत्री सुप्रिया श्रीनेत ने इस वीडियो पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। एक्टर केआरके ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा- आज इनमें से कोई यह कह सकता है? मुझे तो नहीं लगता। वो टाइम हवा हो चूका है। सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने कहा कि एक समय था जब नफरत और जुल्म के खिलाफ हमारे बॉलीवुड के कई सितारों की आवाजें उठती थी। अब जब नफरत और जुल्म चरम सीमा पर है, और देश की सभ्यता ही खतरे में है, तब उनमें से कई आवाजें शांत हो गई हैं, या ये कहिए कि शांत कर दी गईं।
सोशल मीडिया यूज़र्स ने किये ऐसे कमेंट्स
@MANJULtoons नाम के एक ट्विटर हैंडल से लिखा गया- इनमें से कितने लोग आज फिर से इस तरह की अपील कर सकते हैं? @UmeshPunde1 नाम के एक यूजर ने कहा- उस समय उन्होंने दंगो पर कहा था, अब क्या दंगा हो रहा है? @KrBChandra नाम के एक ट्विटर यूजर लिखते हैं कि 2014 के बाद की सियासत ने सिनेमावालों को भी खांचों में बांट दिया। अब न ऐसे विज्ञापन की जरूरत समझी जाती है, न ऐसे विज्ञापन के किरदार बच गए हैं। @Waqar0000786 नाम के एक यूजर ने कहा- कुछ बिक गये, कुछ डर गये, कुछ नतमस्तक हो गये और कुछ CBI और ED से हार मान गए।