उत्तर प्रदेश में दोबारा बीजेपी की वापसी के बाद कई मंत्रियों की छुट्टी कर दी गई तो वही कुछ लोगों को दूसरा पद दिया गया। इसी क्रम में यूपी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) को इस बार लोक निर्माण विभाग नहीं दिया गया, उन्हें ग्रामीण विकास विभाग सहित 6 विभाग सौंपे गए हैं। इसी मसले को लेकर यूपी डिप्टी सीएम से एक न्यूज़ चैनल द्वारा सवाल किया गया कि क्या पीडब्ल्यूडी छीने जाने से आप दुखी हैं? इसका उन्होंने जवाब दिया।
यूपी डिप्टी सीएम एक समाचार चैनल से बात कर रहे थे। विभाग बदले जाने के विषय पर किए गए सवाल पर केशव प्रसाद मौर्य ने अपनी प्राथमिकता बताते हुए कहा कि वह ग्रामीण इलाकों के विकास पर विशेष ध्यान देने वाले हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का जिक्र कर उन्होंने कहा कि उनका एजेंडा है कि गरीब का कल्याण और विकास हो। हमारी प्राथमिकता पहले से ही इस विषय पर तय है।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा जब तक गांव का विकास नहीं होगा, तब तक देश का विकास नहीं किया जा सकता है। इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि जब तक गरीब जनता के जीवन में परिवर्तन नहीं आ सकता, तब तक देश में भी कोई परिवर्तन नहीं हो सकता है। डिप्टी सीएम ने कहा, ‘ प्रदेश और केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को पारदर्शी तरीके से पहुंचाने के लिए एक रोडमैप बनाया जायेगा।’
पीडब्ल्यूडी के छीने जाने के विषय पर केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि उन्हें जो भी जिम्मेदारी अब दी गई है, उसका पालन करेंगे। योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Government) में केशव प्रसाद मौर्य की भूमिका और मंत्रिमंडल में हुए बदलाव के विषय पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में यूपी डिप्टी सीएम ने कहा, ‘ मुख्यमंत्री पद का अधिकार होता है, पहले एक छोटा सा अवसर था और इस बार उन्होंने मुझे और बड़ा अवसर दे दिया है।’
उन्होंने यह भी कहा कि योगी आदित्यनाथ और पीएम नरेंद्र मोदी का मेरे ऊपर जो भरोसा है, उस भरोसे को इस अवसर के जरिए और बढ़ाने का प्रयास करूंगा। जानकारी के लिए बता दें कि यूपी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य सिराथू विधानसभा सीट से चुनाव लड़े थे। जहां उन्हें समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल (Anupriya Patel) की बहन पल्लवी पटेल (Pallavi Patel) से हार का सामना करना पड़ा।