दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से सीबीआई ने आबकारी नीति में कथित तौर से हुए घोटाले के विषय में 17 अक्टूबर को पूछताछ की। सिसोदिया से हुई पूछताछ के बाद से ही बीजेपी और आम आदमी पार्टी आमने-सामने आ गई है। इस विषय पर टीवी चैनल भी खूब चर्चा कर रहे हैं। ऐसी ही एक चर्चा के दौरान एंकर ने बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी से पूछा कि बीजेपी नेताओं पर रेड क्यों नहीं पड़ती है?
सुधांशु द्विवेदी ने विपक्षी दलों पर साधा निशाना
‘आज तक’ न्यूज़ चैनल के कार्यक्रम ‘हल्ला – बोल’ में हो रही डिबेट के दौरान सुधांशु त्रिवेदी ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि हमारी सरकार में किसी भी जांच एजेंसी का दुरुपयोग नहीं किया गया है बल्कि सपा, बसपा और कांग्रेस के समय में एजेंसियों का गलत प्रयोग किया जाता था।
मनीष सिसोदिया पर निशाना साधते हुए कहा कि यह लोग झंडा लहरा रहे हैं, 10 साल पहले भी अन्ना हजारे के साथ भ्रष्टाचार के खिलाफ झंडा लहरा रहे थे और कह रहे थे कि भ्रष्टाचार का आरोप लगते ही पद छोड़ देना चाहिए। जिस व्यक्ति पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा हो, उसे अपने पद से तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए और जांच बाद में होती रहे।
एंकर ने पूछे ऐसे सवाल
एंकर अंजना ओम कश्यप ने सुधांशु त्रिवेदी से पूछा कि एक भी केस सीबीआई और ईडी बीजेपी नेताओं के खिलाफ क्यों नहीं करती है? इसके जवाब में सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, ‘तथाकथित बाबरी ढांचा गिराने के मामले में हमारे कई नेताओं के खिलाफ सीबीआई जांच हुई थी। फर्जी केस बना कर पीएम नरेंद्र मोदी से भी सीबीआई ने पूछताछ की थी, अमित शाह से भी पूछताछ हुई थी।’ इसके साथ उन्होंने आगे कहा कि सभी केस न्यायालय में जाकर ध्वस्त हो गए थे।
सुधांशु त्रिवेदी के जवाब पर आपत्ति लेते हुए एंकर ने कहा कि आप मेरे सवालों का सही जवाब नहीं दे रहे हैं। मेरा सवाल है कि 2014 के बाद बीजेपी के किसी भी नेता पर एक रेड नहीं हुई है। चीखते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने इसके जवाब में कहा कि जब कोई भ्रष्टाचारी होगा, तब तो सीबीआई की जांच होगी। इसके साथ ही उन्होंने मनीष सिसोदिया द्वारा लगाए गए आरोपों पर कहा कि सीबीआई जांच के दौरान रिकॉर्डिंग की जाती है, इन को चुनौती देता हूं कि ये निकालकर रिकॉर्डिंग दिखाएं।
