प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना की 10वीं किस्त पाने के लिए लाखों किसान इंतजार कर रहे हैं। माना जा रहा है कि दिसंबर के बीच में 10वीं किस्त मिल जाएगी। जिन किसानों की पिछली किस्त छूट गई है, वे इसे वर्तमान किस्त के साथ प्राप्त कर सकते हैं, जो कि 4000 रुपए होगी। इस योजना के लिए पंजीकरण की अंतिम तारीख 30 सितंबर थी।
लाभार्थी पीएम किसान की वेबसाइट pmkisan.gov.in या मोबाइल ऐप PMKISAN GoI के माध्यम से नाम की जांच कर सकते हैं। बेहतर पहुंच के लिए, बिना स्मार्टफोन वाले किसान हॉटलाइन नंबर से जुड़ सकते हैं जिसके माध्यम से आप अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। pmkisan.gov.in/BeneficiaryStatus.aspx लिंक पर जाकर लाभार्थी अपने डिटेल्स को चेक कर सकते हैं। इस यूआरएल को खोलने पर सामने कुछ तरह की स्क्रीन आएगीः
वित्त वर्ष के मुताबिक, किस्तें एक साल में तीन बार तीन चरणों में क्रेडिट की जाती हैं। पहली- अप्रैल से जुलाई में, दूसरी- अगस्त से नवंबर के बीच और तीसरी दिसंबर से मार्च में। लाभार्थी पीएम किसान के तहत मिलने वाले पैसे का स्टेटस आधार नंबर, अकाउंट नंबर और मोबाइल नंबर के जरिए पता कर सकता है।
पीएम किसान के तहत नया पंजीकरण करने के लिए आधार कार्ड, पता, पासपोर्ट आकार का फोटो, कृषि भूमि के कागजात आदि लगते हैं। अगर आपसे आवेदन के दौरान अनजाने में कोई चूक हो गई है, तब उसे सुधारने के लिए पीएम किसान की साइट पर जाएं। वहां होम पेज पर फामर्स कॉर्नर है, जिस पर क्लिक करने के बाद ‘एडिट आधार डिटेल्स’ का ऑप्शन मिलेगा।
अब आधार नंबर, कैप्चा कोड भरें और उसे सब्मिट कर दें। अगर वहां कोई गड़बड़ी हो तो उसे ऑनलाइन दुरुस्त कर दें। अगर कोई जानकारी गलत हो, तब आप अकाउंटेंट या फिर कृषि विभाग के दफ्तर को संपर्क कर सकते हैं। हेल्प डेस्क ऑप्शन के जरिए आधार संख्या, खाता नंबर और मोबाइल नंबर देकर आप गलतियां दुरुस्त कर सकते हैं।
इस योजना का उद्देश्य कुछ अपवादों के साथ कृषि योग्य भूमि वाले भारत भर के किसानों के लिए 6000 रुपये की आय सहायता की व्यवस्था करना है। पीएम किसान सम्मान निधि योजना को सरकार द्वारा एक दिसंबर 2018 को लागू किया गया था।
इस डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर (प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण) के जरिए किसानों को 2000 रुपए की तिमाही किस्त में सालाना 6000 रुपए की राशि मिलती है। मौजूदा समय में सरकार राशि को दो बार बढ़ाने की योजना बना रही है और किसानों को तीन तिमाही किश्तों में प्रति वर्ष 12,000 रुपए की कीमत मुहैया करा रही है।
यह योजना ग्रामीण से लेकर शहरी क्षेत्रों तक के छोटे और सीमांत किसानों के लिए लागू है। इस योजना का लाभ किसानों के परिवारों को भी मिलता है। भारत के 11.37 किसानों में से 1.58 लाख करोड़ रुपये इस योजना से लाभान्वित हुए हैं।