Delhi Corona App, delhi govt app for corona: एक और जहां शहर के अधिकांश अस्पतालों (सार्वजनिक और निजी) में coronavirus Covid 19 के गंभीर संक्रमण वाले मरीज जिन्हें ऑक्सीज़न और वेंटीलेटर सपोर्ट की जरूरत है उनके लिए बेड्स उपलब्ध नहीं है तो वहीं दिल्ली सरकार का कोरोना एप अस्पतालों में कोविड 19 बेड्स (coronavirus delhi cases) की कुछ और ही स्थित को बयां कर रहा है।
Covid 19 मरीज़ों को अस्पतालों में फ्री बेड्स खोजने के लिए जहां एक ओर संघर्ष करना पड़ रहा है तो वहीं दूसरी तरफ दिल्ली सरकार का ऐप दर्शा रहा था कि दिल्ली शहर में 8821 बेड खाली पड़े हैं। ऐप के अनुसार, केवल 4,487 बेड ही भरे हुए थे।
हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के अनुसार, दिल्ली में 15 निजी अस्पतालों में से केवल दो ने एचटी से बातचीत के दौरान बताया कि उनके पास बेड्स उपलब्ध हैं। इनमें से एक रोहिणी में स्थित सरोज सुपर स्पेशलिटी अस्पताल ने बताया कि उन्होंने सोमवार से ही कोविड-19 मरीज़ों को भर्ती करना शुरू कर दिया था।
दिल्ली के महरौली में स्थित बत्रा अस्पताल (Batra hospital) से जब बात की गई थी तब उनके पास केवल एक ही बेड उपलब्ध था। हालांकि, एप बीते रविवार दोपहर को अपडेट होने के बाद 11 खाली बेड दिखा रहा था।
ओखला में स्थित होली फैमिली (Holy Family) और विष्णु गार्डन में स्थित पार्क अस्पताल (Park hospital) से जब बात की गई थी तो उन्होंने बताया था कि वेंटिलेटर या ऑक्सीज़न सपोर्ट के साथ उनके सभी बेड्स भरे हुए थे। लेकिन Delhi Corona app के अनुसार, एक अस्पताल में 14 बेड तो वहीं दूसरे अस्पताल में 22 बेड खाली थे।
गुलाबी बाग में स्थित एनकेएस अस्पताल (NKS hospital) और चाणक्य पुरी के प्राइमस अस्पताल (Primus hospital) ने कहा जब उनके यहां बेड खाली हो जाएगा तो वह कॉल करके सूचित करेंगे।
साकेत में स्थित मैक्स अस्पताल (Max hospital) और सर गंगा राम अस्पताल (Sir Ganga Ram hospital) से बात नहीं हो पाई तो वहीं बाकी अस्पतालों ने कहा कि उनके यहां भी बेड्स नहीं हैं। ये तो रही प्राइवेट अस्पातलों की बात अब बात करते हैं कुछ सरकारी अस्पतालों की।
सरकारी अस्पतालों में क्या है हाल
हिंदुस्तान टाइम्स ने यह जानने के लिए कोविड 19 मरीज़ों के लिए बेड्स उपलब्ध हैं या नहीं सरकारी अस्पतालों से भी संपर्क किया। इनमें से केवल लोक नायक (Lok Nayak) और गुरु तेग बहादुर (Guru Teg Bahadur) अस्पताल ने कहा कि मरीज़ को तुरंत अस्पताल के इमरजेंसी में ले आइए।
हालांकि नोक नायक अस्पताल में जिस व्यक्ति ने कॉल उठाया उन्होंने कहा कि मरीज़ की हालत अगर ज्यादा खराब है तो ही अस्पताल लेकर आए, क्योंकि अस्पताल केवल उन्हीं मरीज़ों को एडमिट कर रहा है जिनकी हालत ज्यादा खराब है। दिल्ली में लोक नायक अस्पताल के पास कोविड 19 मरीजों के लिए 2000 बेड्स तो वहीं जीटीबी अस्पताल के पास 1500 बेड्स हैं।
सफदरजंग अस्पताल ने कहा कि बेड्स की स्थित काफी डायनामिक है, एक बार में कुछ ही उपलब्ध होते हैं। आप यहां आकर देख सकते हैं कि उस वक्त बेड उपलब्ध है या नहीं। अस्पताल से जो व्यक्ति बात कर रहा था उनका कहना था कि एप हर बार बेड की सटीक जानकारी नहीं देता। बता दें कि एप दिखा रहा था कि अस्पताल में 3 बेड खाली पड़े हैं।
दिल्ली के एम्स अस्पताल के स्क्रीनिंग सेंटर ने कहा अपने मरीज को यहां मत लाइए क्योंकि सभी बेड्स भरे हुए हैं और ना ही राम मनोहर लोहिया अस्पताल जाना क्योंकि उनके पास भी बेड्स उपलब्ध नहीं है। एम्स अस्पताल के स्क्रीनिंग सेंटर का कहना था कि आप लोक नायक अस्पताल या फिर जीटीबी अस्पताल ले जा सकते हैं। लेकिन वहीं Delhi Corona app कुछ और ही बयां कर रहा था, एप में दिखा रहा था कि दिल्ली में स्थित एम्स अस्पताल में 145 बेड्स उपलब्ध हैं।