किराये पर ई-स्कूटर देने वाली स्टार्टअप कंपनी बाउंस अगले एक साल में ई-स्कूटर विनिर्माण और बैटरी की अदला-बदली के लिए बुनियादी ढाँचे के विस्तार के लिए निवेश करने की योजना बना रही है। कंपनी के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विवेकानंद हल्लेकेरे ने यह जानकारी देते हुए कहा कि इसके लिए कंपनी अगले 12 महीनों में 10 करोड़ डॉलर (742 करोड़ रुपये) का निवेश करेगी। हल्लेकेरे ने समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा को बताया कि कंपनी अपना पहला ई-स्कूटर इस महीने के अंत में पेश करेगी और इसकी आपूर्ति अगले वर्ष फरवरी से शुरू की जायेगी।
कंपनी की ओर से इस स्कूटर का अभी तक कोई आधिकारिक नाम नहीं दिया गया है, पर इतनी जानकारी जरूर आई है कि उसमें स्वैपेबल बैटरी पैक होंगे। हालांकि, अपनी तरह के पहले मॉडल में, ग्राहक इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदेंगे, उनके पास स्कूटर के हिस्से के रूप में बैटरी खरीदने या किराये की सेवा के रूप में बैटरी का उपयोग करने का विकल्प होगा। इस मॉडल के साथ, बाउंस का लक्ष्य स्कूटर की लागत को कम करना है, क्योंकि बैटरी की हिस्सेदारी इलेक्ट्रिक स्कूटर की लागत का 40-50% है।
इस मॉडल का सपोर्ट करने के लिए बेंगलुरु के स्टार्टअप ने अपने ग्राहकों की सेवा के लिए बैटरी स्वैपिंग नेटवर्क स्थापित करने की भी योजना बनाई है। ग्राहक कंपनी के बैटरी स्वैपिंग पॉइंट से बैटरी किराए पर ले सकेंगे और रिकरिंग बेस (आवर्ती आधार) पर सबस्क्रिप्शन कॉस्ट (सदस्यता लागत) का भुगतान कर सकेंगे।
बाउंस की अपना इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाने की योजना उतनी अचानक नहीं है, जितनी लग सकती है। कंपनी ने हाल ही में लगभग सात मिलियन डॉलर (लगभग ₹52 करोड़) की डील में 22Motors में 100% हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया। 22Motors ने भारत में परिचालन के लिए Kymco के साथ साझेदारी की है। डील के एक हिस्से के रूप में, बाउंस ने राजस्थान के भिवंडी में 22 मोटर्स के विनिर्माण संयंत्र के साथ इसके सभी बौद्धिक गुणों का अधिग्रहण किया। इसके साथ ही पूरा 22 Motors परिवार बाउंस में शामिल हो गया।
भिवंडी संयंत्र में सालाना लगभग 180,000 स्कूटर बनाने की क्षमता है। बाउंस भारत के दक्षिणी हिस्से में एक और प्लांट लगाने की भी योजना बना रहा है। इसने अगले एक साल में अपने इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण व्यवसाय में निवेश के लिए $25 मिलियन की राशि अलग रखी है।
हल्लेकेरे के मुताबिक, ‘‘हम बिजली से चलने वाले इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) को मुख्य धारा में लाना चाहते हैं। जब हम ईवी में परिवर्तन के बारे में बात कर रहे हैं, तो हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि इन वाहनों का व्यावहारिक रूप से इस्तेमाल किया जा सके। साथ ही ग्राहक चार्जिंग के बुनियादी ढांचे, बैटरी की क्षमता और संबंधी मुद्दों की चिंता न करें। हमारे पास इसके दो संस्करण होंगे और नवंबर के अंत तक हम प्री-बुकिंग शुरू कर देंगे और डिलीवरी फरवरी के अंत तक शुरू हो जाएगी।’’ उन्होंने कहा कि कंपनी को प्री-बुकिंग में ई-स्कूटर के लिए एक लाख से अधिक बुकिंग आने की उम्मीद है।