मानस मनोहर
बाजार से बेहतर घर में व्यंजन बना कर परोसा जा सकता है। बस, उसे बनाने की विधि पता होनी चाहिए। इस बार कुछ ऐसे ही व्यंजन, जो आमतौर पर बाजार में मिलते हैं।
सोया-राजमा कटलेट
यह ऐसा व्यंजन है, जो आमतौर पर बाजार में नहीं मिलता। कुछ खास रेस्तरां और होटलों में मिल जाए, तो अलग बात। दरअसल, यह लगातार प्रयोग करते रहने से बना व्यंजन है। आप भी इसी तरह प्रयोग करते रहें, तो कोई न कोई नया व्यंजन बन जाएगा। जैसे प्रयोग के तौर पर राजमा की जगह उबले हुए साबुत सोया का भी उपयोग कर सकते हैं। इसमें जो भी चीजें इस्तेमाल होती हैं, वे सेहत की दृष्टि से अत्यंत उत्तम हैं। बच्चे अक्सर बाजार में कटलेट खाने जाते हैं।
मगर उस कटलेट में सेहत की दृष्टि से उपयुक्त पोषण उपलब्ध नहीं होता। इसमें मुख्य रूप से राजमा और सोयाबीन की वड़ियों का इस्तेमाल होता है। इस तरह इस कटलेट में भरपूर प्रोटीन होता है। इसे बनाएं, तो बाजार से अलग स्वाद मिलेगा और बच्चे बड़े मन से इसे खाएंगे।
सोया-राजमा कटलेट घर में बनाना बहुत आसान है। पहले राजमा को उबाल कर रखें। जैसे राजमा को रात भर भिगोते और फिर उबालते हैं, प्रक्रिया वही अपनानी पड़ेगी। इस तरह अधिक समय इसी में लगता है। बाकी चीजों की तैयारी में ज्यादा समय नहीं लगता। इसके अलावा एक कटोरी सोयाबीन की वड़ियां लें और उन्हें उबलते पानी में पांच मिनट के लिए डाल कर रखें।
फिर उन वड़ियों को छान कर थोड़ा ठंडा होने दें और कड़े हाथों से दबा कर उसका सारा पानी निचोड़ लें। इन वड़ियों को ग्राइंडर में डाल कर महीन चूर्ण बना लें। इसी तरह उबले हुए राजमा को कटोरी या गिलास के पेंदे से दबा कर अच्छी तरह मसल लें। दोनों चीजों को एक साथ मिला कर रखें।
अब इसमें डालने के लिए एक मध्यम आकार के प्याज को बारीक-बारीक काट लें। दो हरी मिर्चें, थोड़ा अदरक और हरा धनिया बारीक काट लें। इन सारी चीजों को एक साथ मिलाएं। उसमें थोड़ा नमक, एक छोटा चम्मच चाट मसाला और आधा चम्मच गरम मसाला डालें और फिर सारी चीजों को मसल कर अच्छी तरह से मिलाएं। मिश्रण तैयार है। इसमें से छोटा-छोटा हिस्सा लेकर कटलेट बना लें। कटलेट को चपटा ही रखें, क्योंकि इन्हें तवे पर सेंकना है।
नान स्टिक तवा या पैन गरम करें और उस पर घी पिघलाएं। एक-एक कर कटलेट रखें और दोनों तरफ से सुनहरा और कुरकुरा होने तक पलटते हुए सेंक लें। पलटते हुए सावधानी बरतें, क्योंकि यह बहुत खस्ता होता है और इसके टूटने का खतरा भी बना रहता है।
यह कटलेट मुंह में रखते ही घुल जाएगा और इसका स्वाद दूसरे कटलेट से बिल्कुल अलग होगा। बच्चों को भी खिलाएं, मेहमान आएं, तो उन्हें भी परोसें और खुद भी खाएं। कटलेट परोसते समय कुछ पत्तागोभी और प्याज की कतरनें भी साथ में रखें, ऊपर से चाट मसाला बुरकें और हरी या लाल चटनी साथ में रखें।
चुकंदर टिक्की
सर्दी के मौसम में आलू टिक्की खाने के लिए लोग चाटवालों की दुकानों पर कतार लगाए खड़े रहते हैं। मुहल्लों में भी तवा बजाते हुए चाट वाले घूमते हैं। जैसे ही वे अपने तवे पर कलछी ठोंकते हैं, मुंह में पानी आना शुरू हो जाता है।
तेल में सिंकते आलू की गंध अपनी तरफ खींच ही लेती है। मगर घर में कुछ ऐसा बनाएं, जो टिक्की की तलब भी पूरी करे और पोषण भी भरपूर दे, तो हर्ज ही क्या। चुकंदर टिक्की अगर आपने खाई होगी, तो उसके आगे आलू टिक्की का स्वाद भूल जाते होंगे।
चुकंदर सेहत के लिए बहुत गुणकारी सब्जी है। इसे लोग सब्जी और सलाद के रूप में तो खाते हैं, कुछ लोग इसका रस निकाल कर भी पीते हैं, मगर इसके कटलेट यानी टिक्की की बात ही अलग है। इसे घर में बहुत आसानी से बनाया जा सकता है। इसके लिए पहले चुकंदर का छिलका उतार कर कद्दूकस पर घिस लीजिए।
इसके अलावा इसमें डालने के लिए दो मध्यम आकार के उबले आलू, मुट्ठी भर ब्रेड क्रम यानी ग्राइंडर में पीसा हुआ ब्रेड चाहिए। साथ में हरा धनिया, हरी मिर्च और बारीक कटा अदरक भी ले लें। आलू को भी कद्दूकस कर लें। अब इसमें आधा चम्मच गरम मसाला, एक चम्मच चाट मसाला और थोड़ा-सा नमक डालें। चुकंदर का स्वाद चूंकि मीठा होता है, इसलिए एसमें आधा चम्मच कुटी लाल मिर्च भी डाल लें, ताकि तीखापन आ जाए। फिर ब्रेड क्रम डालें और सारी सामग्री को मसल कर अच्छी तरह मिलाएं।
आलू और ब्रेड क्रम डालने से मिश्रण अच्छी तरह बंधता है और सेंकने पर फटता नहीं। इस तरह बाहरी परत कुरकुरी और भीतर का हिस्सा नरम बना रहता है। एक प्लेट में अलग ब्रेड क्रम रखें।
इस मिश्रण में से छोटा-छोटा हिस्सा लेकर हथेलियों के बीच चपटा कर टिक्की का आकार दें। इन टिक्कियों को ब्रेड क्रम में लपेटें ताकि बाहरी परत कुरकुरी बने। अब नान स्टिक पैन या तवा गरम करें, उस पर तेल डालें और मध्यम आंच रखते हुए सारी टिक्कियों को रख कर उलट-पलट कर कुरकुरा होने तक सेंक लें।
चुकंदर टिक्की को गरमागरम परोसें। इसके साथ कतरी हुई पत्ता गोभी और प्याज भी रखें। इसे लाल और हरी चटनी के साथ पेश करें। अगर बच्चों को दे रहे हैं, तो मीयोनीज के साथ भी परोस सकते हैं। मेहमान घर आएं, कोई छोटी-मोटी दावत हो, तो उसमें भी परोस सकते हैं।