मानस मनोहर
रशियन सलाद
सब्जियों, फलों और दुग्ध पदार्थों के मेल से बनने वाला रशियन सलाद अपने आप में संपूर्ण खाद्य है। इससे शरीर को माकूल पोषण और ऊर्जा प्राप्त होती है। सब्जियों में भरपूर रेशे यानी फाइवर होने की वजह से यह पेट संबंधी समस्याओं को दूर करने में भी काफी मददगार होता है।
रशियन सलाद दरअसल, एक प्रकार से सब्जियों की सलाद है।
इसे बनाने में आप अपने तरीके से अलग-अलग प्रयोग कर सकते हैं। इसे बनाने के लिए आमतौर पर बीन्स, हरी मटर के दाने, पत्ता गोभी, फूल गोभी, ब्रोकली, खीरा, उबले हुए आलू, गाजर, चुकंदर, अनान्नास, सेब आदि और निथरा हुआ दही या क्रीम यानी मलाई तथा शहद का उपयोग किया जाता है।
सब्जियों को कच्चा नहीं खाना चाहिए। कई लोगों को इसे लेकर भ्रम रहता है कि सलाद का अर्थ कच्चा खाना होता है। जबकि कई सब्जियों में कुछ ऐसे रसायन होते हैं, जिन्हें पचाने के लिए आपके शरीर को अलग से पाचन रसायन बनाने पड़ते हैं। यह सेहत के लिए ठीक नहीं है।
इसलिए रशियन सलाद बनाने के लिए पहले सभी हरी सब्जियों को छोटे-छोटे आकार में काट लें। फिर एक पैन में पानी उबालें। उसमें चुटकी भर हल्दी पाउडर और चम्मच भर नमक डालें। फिर सब्जियों को डाल कर आंच बंद कर दें और थोड़ी देर के लिए पैन को ढंक कर रख दें। पांच मिनट बाद सब्जियों को निथार लें। चाहें तो उन्हें ठंडे पानी से भी धो सकते हैं। जिस पानी में सब्जियों को उबाला है, उसे निथार कर रख लें, जब कोई सब्जी बनाएं तो उसमें उपयोग कर सकते हैं या उसे आटा गूंथने में इस्तेमाल कर सकते हैं।
जब सब्जियों का पानी पूरी तरह निथर जाए तो उसमें अनान्नास के छोटे टुकड़े काट कर मिला लें। अब ऊपर से निथारा हुआ दही मिलाएं और एक चम्मच शहद और थोड़ा भुना हुआ जीरा तथा काला नमक डाल कर ठीक से मिला लें। इसमें निथरे हुए दही का इस्तेमाल इसलिए बेहतर होता है कि मलाई की अपेक्षा उसमें चिकनाई और कैलोरी की मात्रा कम होती है। फिर दही में मौजूद बैक्टीरिया पाचन को दुरुस्त रखने में मदद करते हैं। इस सलाद को सुबह नाश्ते के तौर पर और रात को भोजन के स्थान पर लें, इससे पेट भी भर जाएगा और भरपूर ऊर्जा तथा पोषण मिलेगा। इसका स्वाद भी लाजवाब होता है।
वेजिटेबल सूप
अगर रशियन सलाद खाने से ऊब जाएं, तो इनका सूप भी बना सकते हैं। इसके लिए बस करना यह होगा कि रशियन सलाद में इस्तेमाल होने वाली हरी सब्जियों को ठीक से उबाल लें। इसमें दही और फलों का इस्तेमाल न करें। जब सब्जियां ठीक से उबल कर गल जाएं तो उन्हें ठंडा होने दें। फिर पानी सहित मिक्सर में डाल कर अच्छी तरह पीस लें।
अब एक कड़ाही में आधा चम्मच घी गरम कर राई का तड़का लगाएं और उसमें पिसी हुई सब्जियों को डाल कर उबाल आने तक पकाएं। उसमें काली मिर्च और काला नमक डाल कर गरम-गरम परोसें। काला नमक में मैग्नीशियम की मात्रा भरपूर होती है, इसलिए इसका उपयोग सफेद नमक की अपेक्षा शरीर के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है।
हालांकि स्वस्थ व्यक्ति को रोजाना सूप पीने से परहेज करना चाहिए। जितना चबा कर खाएंगे उतना ही पाचन तंत्र मजबूत होगा, क्योंकि चबाने से जो लार बनता है, वह शरीर के पाचन तंत्र के लिए बहुत जरूरी है। इसलिए सब्जियों का सूप बनाते समय उन्हें पीसने के बजाय साबुत रख कर ही खाएं, तो अच्छा होगा।
सूप उन्हीं लोगों को पीना चाहिए, जिनका लीवर कमजोर है। जब आप कुछ भी चबा कर खाते हैं, तो उससे लार के साथ भोजन पेट में जाता है, जो पाचनतंत्र को स्वस्थ बनाने में मदद करता है। इसलिए अगर सूप में भी कुछ चबाने लायक तत्व रखते हैं, तो वह सेहत की दृष्टि से तो बेहतर रहता ही है, उस सूप का स्वाद भी बढ़ जाता है।