मानस मनोहर
रवा ढोकला
ढोकला आमतौर पर बेसन से बनता है। यह गुजरात का लोकप्रिय नाश्ता है। मगर सुपाच्य और स्वादिष्ट होने की वजह से अब यह देश में हर कहीं मिठाई की दुकानों पर आसानी से मिल जाता है। दरअसल, आजकल लोग ढोकला को मिठाई के विकल्प के रूप में भी उपयोग करने लगे हैं।
मगर नाश्ते के रूप में सूजी यानी रवा का ढोकला भी बहुत स्वादिष्ट बनता है। इसे बनाने में बहुत अधिक तैयारी करने और कौशल की भी जरूरत नहीं होती। घर में बहुत आसानी से इसे बनाया जा सकता है। बच्चों से लेकर बड़ों तक को यह नाश्ता पसंद आता है। मेहमान आ जाएं, तो उन्हें भी परोसा जा सकता है।
सबसे अच्छी बात कि बेसन का ढोकला बनाने में उसके मुलायम और फूला-फूला न बन पाने का जो खतरा रहता है, वह रवा ढोकला में नहीं रहता। इसे कभी भी थोड़े से समय में तैयार किया जा सकता है। इसका मजा भी बेसन के ढोकले से कम नहीं होता।
रवा ढोकला बनाने के लिए एक कटोरी रवा यानी सूजी और इतनी ही मात्रा में यानी एक कटोरी दही लें।
इसी अनुपात में कम या ज्यादा ढोकला बनाना हो तो मात्रा तय कर सकते हैं। दही को पहले ही अच्छी तरह फेंट लें, ताकि इसमें गांठ न रहने पाए। फिर सूजी में इसे डाल कर अच्छी तरह फेटें। चौथाई कटोरी पानी भी डाल लें। जरूरत भर का नमक डाल कर अच्छी तरह फेटें, ताकि कोई गुठली न रहने पाए। अब इस मिश्रण को ढंक कर बीस मिनट के लिए रख दें।
बीस मिनट बाद मिश्रण को चम्मच से चला कर देखें, अगर गाढ़ा है, तो उसमें थोड़ा-सा पानी और डाल कर थोड़ा पतला कर लें। मिश्रण न तो बहुत गाढ़ा होना चाहिए न पतला। अब इसमें एक पैकेट ईनो डालें और हल्के हाथों से मिला दें। मिश्रण में बुलबुले उठने शुरू हो जाएंगे। इस मिश्रण को एक तेल लगी थाली या चौड़ी पेंदी के कटोरे में डालें और पहले से उबल रहे पानी वाले बर्तन में रख कर ढक्कन लगा दें।
ढोकला बनाने के लिए इडली कुकर, स्टीमर या फिर सामान्य उपयोग में आने वाले चौड़े मुंह के कुकर का इस्तेमाल किया जा सकता है। कुकर का उपयोग करें, तो उसकी सीटी निकाल दें और उसके पेंदे में कोई जालीदार चीज रख दें। हमेशा ध्यान रखें कि ढोकले के मिश्रण वाला बर्तन पानी की सतह से ऊपर रहे। इसे भाप में पकाना होता है, न कि पानी में।
इस तरह ढक्कन लगा कर मध्यम आंच पर बीस से पच्चीस मिनट तक रख दें। फिर आंच बंद करें और भाप शांत होने के बाद चाकू डाल कर देखें। अगर पर मिश्रण नहीं चिपक रहा है, तो समझें कि ढोकला तैयार है। अगर चिपक रहा है, तो पांच मिनट के लिए और पकाएं।
ढोकले को बाहर निकालें और पांच-सात मिनट ठंडा होने दें। फिर बर्फी की तरह टुकड़ों में काट लें और उस पर राई, कढ़ी पत्ता और लाल मिर्च का तड़का लगा कर डालें। अगर इसमें मिठास लाना चाहते हैं, तो तीन-चार चम्मच चीनी को एक कप पानी में उबाल कर ऊपर से डाल दें। चाहें तो चार-छह हरी मिर्चें बीच से फाड़ कर तेल में तलें और ऊपर से डाल दें। मजेदार रवा ढोकला तैयार है।
उपमा
उपमा दक्षिण भारत का सबसे लोकप्रिय नाश्ता है। आजकल तो इसे देश के हर हिस्से में खाया जाता है। उत्तर भारत में आमतौर पर सूजी का मीठा हलवा बनाया जाता है। कोई भी शुभ कार्य हो, तो हलवा जरूर बनता है। मगर इसी को अगर नमकीन बनाएं तो वह उपमा बन जाता है।
उपमा की खासियत यह है कि इसमें आप सब्जियों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस तरह यह भरपूर पोषण देता है। सब्जियां आप अपनी रुचि की डाल सकते हैं। आमतौर पर इसमें प्याज, हरी मटर, गाजर, बीन्स और गोभी का ही इस्तेमाल किया जाता है। टमाटर डालने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे उपमा पिलपिला बनता है।
उपमा बनाना बहुत आसान है। पहले अपनी रुचि की सब्जियां काट कर अलग रख लें। फिर एक कड़ाही में दो चम्मच घी डाल कर एक कटोरी रवा डालें और मध्यम आंच पर चलाते हुए पांच से सात मिनट तक भूनें। चाहें तो बादामी रंग आने तक भून सकते हैं। अब सूजी को निकाल कर अलग रख दें।
फिर उसी कड़ाही में एक चम्मच घी गरम करें। उसमें राई, कढ़ी पत्ता, एक चम्मच धुली मूंग दाल, कुछ कच्ची मूंगफली के दाने तड़काएं और फिर सब्जियों को डालें और तीन से चार मिनट तक भूनें, ताकि सब्जियां पक कर नरम हो जाएं। फिर इसमें जरूरत भर का नमक डालें और सेंका हुआ रवा डाल दें।
अच्छी तरह सारी सामग्री को मिलाएं और तीन कप पानी डाल कर कड़ाही पर ढक्कन लगा दें। पांच मिनट तक पकने दें। जब सारा पानी सूजी सोख कर अच्छी तरह फूल जाए, तो आंच बंद कर दें। ढक्कन लगा रहने दें। पांच मिनट बाद खोलें और उपमा निकाल कर गरमा-गरम परोसें।
उपमा को आमतौर पर नारियल की चटनी के साथ परोसा जाता है, पर आप अपनी रुचि के अनुसार इसे अकेले या किसी भी चटनी के साथ खा सकते हैं। यह सुपाच्य और पौष्टिक नाश्ता है। इसे कभी भी नाश्ते या भोजन के रूप में खाया जा सकता है।