मानस मनोहर
आलू का चीला
आलू एक ऐसी सब्जी है, जिससे अनेक प्रकार के व्यंजन बनते हैं। सब्जी के रूप में इसका उपयोग तो हर घर में होता है। मगर इसका चीला कम ही लोग बनाते हैं। हालांकि आलू का चीला बनाना बहुत आसान है। अगर बच्चों को सिखा दें, तो जिस तरह वे नूडल्स वगैरह बना लेते हैं, उसी तरह आलू का चीला भी बना लेंगे। वैसे जब बच्चे बड़े होने लगें, तो उन्हें रसोई में काम करने की आदत धीरे-धीरे डालनी ही चाहिए। इस तरह कभी अगर घर में कोई नहीं है, तो वे खुद कुछ बना कर खा सकते हैं।
बाजार के भोजन पर निर्भर नहीं रहेंगे। फिर इस तरह उन्हें खुद बनाकर खाने की आदत पड़ती है और जब कभी उन्हें बाहर रह कर पढ़ाई या नौकरी करनी पड़ती है, तो उन्हें किसी भोजन बनाने वाले या बाहर के भोजन पर निर्भर नहीं रहना पड़ता। खुद साफ-सुथरे ढंग से बना कर खा लेते हैं।
आलू का चीला ऐसा ही व्यंजन है, जिसे न सिर्फ बनाना आसान है, बल्कि इसका स्वाद भी मजेदार होता है। इसे मेहमानों को भी नाश्ते के रूप में परोसा जा सकता है। कभी शाम को हल्की-फुल्की भूख लग आए और चाय के साथ कुछ खाने का मन हो या फिर बच्चे खेल कर लौटें और कुछ खाने को मांगें, तो इसे फटाफट बना कर परोसा जा सकता है।
आलू का चीला बनाने के लिए अधिक सामग्री जुटाने की भी जरूरत नहीं पड़ती। इसके लिए मुख्य रूप से आलू की ही जरूरत पड़ती है। तीन-चार मध्यम आकार के आलू लें। उनका छिलका उतार कर मोटे छेद की तरफ से कद्दूकस कर लें। कद्दूकस किए हुए आलू को पानी में दो-तीन बार धो लीजिए और फिर साफ पानी में डुबो कर पंद्रह मिनट तक रख दीजिए। पंद्रह मिनट बाद आलू का सारा पानी निथार लीजिए और हथेलियों के बीच दबा कर हल्के हाथों से निचोड़ लीजिए।
यों कई लोग आलू के लच्छों में रवा या बेसन डाल कर चीले का घोल तैयार करते हैं। उसमें कटा हुआ प्याज, हरा धनिया, गरम मसाला आदि डाल कर चरपरा बनाते हैं। मगर आलू का लच्छेदार चीला बनाना है, तो उसमें बेसन या रवा वगैरह न डालें। केवल नमक और लाल या काली मिर्च पाउडर काफी है। फिर लच्छों को चीले के आकार में पतली परत में बिछाएं।
जब आलू गरम होंगे और पकने शुरू होंगे, तो लच्छे आपस में खुद-ब-खुद चिपक जाएंगे। फिर सिंक कर इनका कुरकुरापन चीले का स्वाद बढ़ा देंगे। इस तरह आलू का सोंधा स्वाद मजेदार होता है।
अब पैन या तवा गरम कीजिए और उस पर हल्का तेल चुपड़ लीजिए। कद्दूकस किए हुए आलू में चुटकी भर नमक और चौथाई चम्मच कुटी लाल मिर्च डाल कर मिलाएं और तवे पर पतली परत बिछा कर मध्यम आंच पर सेंकें। जब एक तरफ का हिस्सा सुनहरा हो जाए तो पलट दें और दूसरी तरफ से भी इसी तरह सेंक लें।
अगर पसंद हो, तो जिस तरफ चीली अभी नहीं सिंका है, उस तरफ चुटकी भर सफेद तिल डाल कर फैलाएं और फिर सेंक सकते हैं। आलू का लच्छे वाला कुरकुरा चीला तैयार है। अब चीले पर चाट मसाला छिड़कें और कटे हुआ खीरा और प्याज के साथ परोसें। इसके साथ लाल या हरी चटनी, जो पसंद हो, इस्तेमाल कर सकते हैं।
प्याज के छल्ले
प्याज के छल्ले एक प्रकार का शाही पकौड़ा माना जाता है। खाने में तो स्वादिष्ट होता ही है। अगर घर में मेहमान आएं तो इसे बड़े शान के साथ परोसा जा सकता है। बच्चे तो इसके दीवाने हो जाएंगे। प्याज के छल्ले बनाना कठिन नहीं है, पर इसे बनाने में थोड़ी नफासत की जरूरत पड़ती है। नफासत इसलिए कि इसमें प्याज को सावधानी से गोल आकार में काटना पड़ता है और फिर उसके अलग-अलग छल्ले निकाल कर अलग करने होते हैं, फिर इसे मिश्रण में लपेट कर तलना होता है।
प्याज के छल्ले कुछ लोग बेसन में बनाते हैं, तो कुछ लोग मैदे में। बेसन में बनाने से इसका स्वाद पकौड़े की तरह का हो जाता है। इसलिए ज्यादातर लोग इसे मैदे को घोल में लपेट कर पकाते हैं। आप भी मैदे के साथ ही बनाएं। प्याज के छल्ले बनाने के लिए सबसे पहले बड़े आकार के प्याज लेकर उनका छिलका उतार लें और फिर सावधानी से गोलाई में करीब एक इंच की मोटाई में काट लें, जैसे सलाद के लिए काटते हैं। फिर उसके बड़े वाले छल्ले अलग कर लें। छोटे हिस्से को अलग रख दें, सब्जी में काम आ जाएगा।
फिर चार ब्रेड के टुकड़े मिक्सर में डाल कर पीस लें और इसे अलग कटोरे में रख दें। इसके साथ ही पांच-छह खाने के चम्मच बराबर मैदा लें, उसमें जरूरत भर का नमक, आठ-दस काली मिर्च कुटी हुई, आधा छोटा चम्मच कुटी लाल मिर्च डालें। अगर आरेगेनो है, तो आधा छोटा चम्मच वह भी डालें और थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए गाढ़ा घोल तैयार कर लें।
कड़ाही में तेल गरम होने के लिए रख दें। फिर प्याज का एक-एक छल्ला लेकर पहले ब्रेडक्रम में लपेटें, फिर मैदे के घोल में, फिर ब्रेडक्रम में और फिर मैदे में। इस तरह दो से तीन बार ब्रेडक्रम और मैदे की परत चढ़ाएं और फिर गरम तेल में तलने के लिए डाल दें। इसी तरह सारे प्याज के छल्लों को तलने के लिए डालें। आंच मध्यम रखें और सारे छल्लों को पलट-पलट कर सुनहरा होने तक तल लें।
प्याज के छल्ले तैयार हैं। इनके ऊपर चाहें तो चाट मसाला छिड़क सकते हैं। इन्हें मियोनीज और टमाटर सास के साथ परोसना अच्छा रहता है। साथ में अगर पत्तागोभी के कुछ पत्ते या खीरा काट कर रख दें तो इसका आनंद और बढ़ जाता है। इस बरसात के मौसम में चाय के साथ प्याज के छल्ले अच्छा नाश्ता हो सकता है।