मानस मनोहर

पापड़ कोन
बच्चों को कुरकुरी और चटपटी चीजें बहुत पसंद आती हैं। इसीलिए वे चिप्स, कुरकुरे वगैरह के प्रति बहुत आकर्षित होते हैं। मगर इन चीजों से उन्हें तृप्ति भले मिल जाती है, पोषण नहीं मिल पाता। स्वास्थ्य संबंधी कुछ दुष्प्रभाव भी होते हैं। इसलिए घर पर कुछ ऐसी चीजें बनाएं, जो वे मन से खाएं और उन्हें पोषण भी मिले। पापड़ कोन इसका बेहतर विकल्प है। खाने में कुरकुरा और चटपटा भी। इसे बनाने में बहुत कुशलता की जरूरत नहीं। पहले से थोड़ी तैयारी जरूर करनी पड़ती है, मगर वह भी मुश्किल नहीं।

पापड़ कोन बनाने के लिए कुछ मूंग के पापड़, दो मध्यम आकार के उबले हुए आलू, आधा से एक कटोरी राजमा, काले या सफेद चने भिगो कर उबाले हुए, एक गाजर बारीक कटी हुई, ब्रोकली या गोभी छोटे टुकड़ों में कटी हुई, कुछ हरी सब्जियां चाहिए। सब्जियों को काट कर भाप में हल्का नरम कर लें, तो अच्छा रहता है। इसके अलावा टमाटर सास और पास्ता सास या दूध की उतारी और फेंटी हुई मलाई की जरूरत पड़ेगी। मुट्ठी भर कार्नप्लेक्स या नाचोज भी ले सकते हैं।

सबसे पहले पापड़ में भरने के लिए सामग्री तैयार करते हैं। उबले हुए आलू को छोटे टुकड़ों में काट लें। इसी में आधा कटोरी उबले हुए राजमा या चने डालें, फिर हरी सब्जियां डालें और आधा छोटा चम्मच चाट मसाला, थोड़ा भुना जीरा पाउडर, थोड़ी कुटी लाल मिर्च, दो चम्मच टमाटर सास और दो चम्मच पास्ता सास डालें। कुछ हरा धनिया, थोड़ी अदरक और एक हरी मिर्च भी बारीक काट कर डाल लें। जरूरत भर का नमक डाल कर अच्छी तरह मिला लें। भरावन तैयार है।

आप अपनी इच्छा से और अपने बच्चों की पसंद को ध्यान में रखते हुए इस भरावन और दिलचस्प बना सकते हैं। यह दरअसल, बच्चों के स्वाद और पोषण का ध्यान रखते हुए तैयार किया जाता है। प्रयोग के तौर पर कुछ मैक्रोनी या उबले हुए मक्के के दाने भी डाल सकते हैं।

अब तवा गरम करें। जब तवा अच्छी तरह गरम हो जाए तो आंच तेज रखते हुए उस पर पापड़ रखें। दो चम्मच या फोर्क की मदद से उसे दबा कर सेंकें। सेंकते हुए ही उसे घुमा कर कोन बना लें। जैसे आइसक्रीम वाला कोन होता है, उसी तरह का बड़ा खोखला कोन। इसी तरह सारे कोन बना कर अलग रख लें।

अब भरावन की सामग्री में तोड़ कर कुछ कार्नप्लेक्स या नाचोज डालें और अच्छी तरह मिला कर पापड़ के कोन में भरें और खाने को परोसें। यह चटपटा, कुरकुरा कोन बच्चों को बहुत पसंद आएगा। बच्चे ही क्यों, बड़ों को भी नाश्ते के तौर पर परोसा जा सकता है।

मैगी कटलेट
मैगी बच्चों को बहुत पसंद होती है। जब भी घर के खाने से उनका मन ऊबता है, तो वे मैगी बना कर खाना पसंद करते हैं। अब तो बच्चों और किशोरों को मैगी की ऐसी लत लगी है कि घर के बाहर भी मैगी खाना पसंद करते हैं। मगर मैगी से उन्हें जरूरी पोषण नहीं मिल पाता। इसी मैगी को अगर थोड़ो अलग ढंग से, कटलेट के रूप में बनाया जाए, तो वे खाने को उत्सुक होंगे और जरूरी पोषण भी मिल सकेगा।

मैगी कटलेट बनाने के लिए एक पैकेट मैगी, दो उबले हुए आलू, एक चुकंदर, दो गाजर, आधा कटोरी उबाल कर मसले हुए हरे मटर की जरूरत पड़ेगी। इसे बनाना बहुत आसान है। गाजर और चुकंदर को कद्दूकस करके निचोड़ें और उनका रस अलग कर लें। इस रस को पी या परांठे वाले आटे में भी डाल सकते हैं।

इसी तरह आलू को भी कद्दूकस कर लें। इसमें डालने के लिए हरा धनिया पत्ता, अदरक, हरी मिर्चें बारीक काट लें। मसले हुए मटर को भी इसी में डालें और फिर ऊपर से भुना जीरा पाउडर, चाट मसाला और आधा चम्मच भुना मैगी मसाला डालें। चम्मच से सारी सामग्री को मिला लें।

अब मैगी केआधे हिस्से को हाथ से मसल कर चूरा बना लें और आधे हिस्से को ग्राइंडर में डाल कर पीस लें। ग्राइंड किए हुए हिस्से में से आधा एक प्लेट में अलग निकाल कर रख लें। बाकी के मैगी के दोनों हिस्सों को सब्जियों के साथ मिला कर अच्छी तरह हाथ से मसलते हुए मिलाएं, ताकि मसाले अच्छी तरह मिल जाएं। फिर छोटा-छोटा हिस्सा लेकर हथेलियों की मदद से कटलेट का आकार दें।

चपटा या बेलाकार, जो आकार आपको पसंद हो, वैसा कटलेट बना सकते हैं। इन कटलेट पर ग्राइंड की हुई मैगी की परत चढ़ाएं और अलग रख दें। चाहें, तो थोड़ी देर को फ्रिज में भी रख सकते हैं, ताकि ये सख्त हो जाएं। अगर तुरंत बना कर नहीं परोसना है, तो इन कटलेट को फ्रिज में लंबे समय तक रख सकते हैं। जब जरूरत हो, इन्हें तल कर परोस सकते हैं।

कड़ाही में तलने के लिए तेल गरम करें। आंच मध्यम रखें और उसमें कटलेट डाल कर सुनहरा होने तक तल लें। फिर इनके ऊपर चाट मसाला छिड़क कर कटे हुए प्याज या पत्ता गोभी के साथ गरमा-गरम परोसें। साथ में हरी या लाल चटनी दे सकते हैं। है न भरपूर पोषण वाला आहार।