बेसन का चीला
आफिस में ले जाना हो कुछ अलग या बच्चे का स्कूल टिफिन बनाना हो थोड़ा नरम अथवा सुबह के नाश्ते में खाना चाहते हैं कुछ अलग, तो बेसन का चीला है न। पूरी तरह भारतीय डिश बेसन का चीला स्वादिष्ट तो होता ही है, इसे बच्चे और बड़े सब बड़े चाव से खाते हैं। सबकी पसंद का यह गरमा-गरम चीला दोपहर के भोजन की भरपाई भी आसानी कर लेता है। थोड़ी सी हरी सब्जियां मिला कर इसे बनाएंगे तो यह और भी पौष्टिक हो जाता है। इसे मीठी चटनी या एपल जैम या अनानास के जैम के साथ खाया जा सकता है। वैसे, बिना चटनी के भी यह कम स्वादिष्ट नहीं लगता।
सामग्री
बेसन, बारीक कटा हुआ टमाटर, दो से तीन चम्मच तेल, हरा धनिया, कद्दूकस किया हुआ अदरक स्वादानुसार नमक, लाल मिर्च पाउडर, बारीक कटी हुई हरी मिर्च आदि तैयार कर लें।
बनाने की विधि
सबसे पहले बेसन को पानी में मिलाकर इस तरह घोल लें कि उसकी गुठलियां खत्म हो जाएं। इसके बाद जरूरत मुताबिक पानी मिलाएं ताकि यह आसानी से तवे पर फैलाया जा सके। अब बेसन के घोल में पहले से तैयार सामग्री मिला दें और इसे तब तक फेंटे जब तक यह अच्छी तरह मिश्रण न बन जाए। फिर पांच मिनट के लिए ढक कर रख दें। अब यह देख लें कि घोल अधिक गाढ़ा न हो और बहुत ज्यादा पतला भी न हो।
तवे को गरम होने के लिए गैस पर चढ़ा दें। जब तवा गर्म हो जाए तो इस पर हल्का तेल लगा दें, ताकि यह चिकना हो जाए। अब बेसन का घोल एक कप या दो चम्मच तवे पर डालें और चमचे से गोल-गोल घुमाते हुए पूरे तवे पर फैला लें। थोड़ा सा तेल चीले के किनारे और इसके ऊपर भी डाल दें। चीले के ऊपरी सतह जब हल्का सा रंग बदल ले तो इसे पलट दें और दोनों तरफ से ब्राउन होने तक सेकें। जब यह तैयार हो जाए तो प्लेट में निकाल लीजिए।
ये तो हुआ सादा चीला, यदि टमाटर या अन्य सब्जी का चीला बनाना हो तो उसमें टमाटर या जो भी सब्जी डालना चाहते हैं, बारीक काटकर पूरे मिश्रण में मिला लें। इसे तवे पर डालते समय ध्यान रखें कि यह सादा चीले से थोड़ा मोटा रहे। फिर सादे चीले की तरह ही अच्छी तरह सेकें। दोनों तरफ से अच्छी तरह सिका हुआ चीला उतार लें। घर पर अचानक मेहमान आ जाएं या स्कूल-कार्यालय को देर हो रही हो, चिंता की कोई बात नहीं। चीला तीस मिनट में बनकर तैयार हो जाता है।
घर का बना बेसन का पेड़ा
सन का पेड़ा बहुत ही प्रचलित और पसंदीदा मिठाई है। आप मिलावट के डर के कारण दुकान से खरीदकर नहीं खा सकते तो घर पर ही तैयार करें बेहतरीन पेड़ा। घर में बना बेसन का पेड़ा तो और भी स्वादिष्ट लगता है। बेसन पेड़े का स्वाद वैसे तो बेसन के लड्डू की तरह ही होता है, लेकिन इसमें फर्क सिर्फ इतना होता है कि पेड़ा और लड्डू की बनावट अलग-अलग होती है। साथ ही पेड़े में कुछ लोग मेवा डालकर बनाते हैं तो उसका स्वाद बहुत अलग हो जाता है।
त्योहार हो या मेहमानों का जमावड़ा, भारी-भरकम नाश्ता हो या हल्की-फुल्की शाम की चाय, हर मौके पर इसे प्लेट में सजाया जा सकता है। पेड़ों की सबसे अच्छी बात यह है कि ये लंबे समय तक खराब नहीं होते यानी एक सप्ताह तो आसानी से इनका स्वाद ले सकते हैं।
सामग्री
इसे बनाने के लिए बेसन, घी, चीनी, मिल्क पाउडर, नारियल और दूध लें। पेड़े आमतौर पर बिना सूखे मेवे के एकदम सादा बनाए जाते हैं, लेकिन आप चाहें, तो स्वाद बढ़ाने के लिए काजू मिला सकते हैं।
बनाने की विधि
एक बर्तन में चौथाई कप घी गर्म करें और फिर इसमें बेसन डाल दें। धीमी आंच पर बेसन को चलाते हुए भून लें। याद रहे यदि इसे चलाना छोड़ देंगे तो यह जलकर बर्तन से चिपक जाएगा। इसलिए भूनने के दौरान इसे लगातार हिलाते-चलाते रहें। पंद्रह मिनट में यह मिश्रण खुशबूदार और भुरभुरा हो जाएगा। अब इसमें एक बड़ा चम्मच घी डालें और फिर से अच्छी तरह मिलाएं। अगले दो से तीन मिनट में जब मिश्रण घी छोड़ दे तो उतार लें।
पैन में मिल्क पाउडर और कसा हुआ नारियल डालें। अन्य सामग्री भी बेसन में मिलाएं। पूरे मिश्रण को फिर लगातार चलाते हुए दो मिनट तक भूनें। जब यह मिश्रण थोड़ा भुरभुरा हो जाए तो पैन में दूध डालें और अच्छी तरह फेंट लें, ताकि बेसन में गुठलिया न बनें। जब यह मिश्रण दूध को सोख ले और पैन के किनारों को छोड़ दे, तो समझें पेड़ा बनाने के लिए यह तैयार हो गया है। कुछ ठंडा होने पर चपटा, गोल पेड़ा बनाएं, ऊपर सजाने के लिए बादाम या काजू लगाएं।
