Blue Moon 2023 in India: खगोलीय विज्ञान के अनुसार आज 30 अगस्त को सुपर ब्लूमून दिखाई देगा। मतलब आसमान में पूरा चमकदार चंद्रमा दिखाई देगा। आपको बता दें कि चंद्रमा अपनी कक्षा में पृथ्वी के निकटतम बिंदु (पेरिगी) पर पहुंचता है, तो इसे सुपरमून कहते हैं। आपको बता दें कि ब्लूमून की घटना कई सालों में होती है और एक ही महीने में जब दो पूर्णिमा दिखाई दे, उसे ब्लू मून कहते हैं। मतलब पूर्णिमा आम तौर पर महीने में सिर्फ एक ही बार दिखाई देती है। लेकिन जब ब्लू मून हो तो यह दो बार होती है। आइए जानते हैं भारत में ब्लूमून किस समय दिखाई देगा और इसकी खासियत…
क्या है सुपर ब्लू मून
खगोल शास्त्र अनुसार चंद्रमा पृथ्वी के चक्कर लगाता है। लेकिन इस अवधि में पृथ्वी से इसकी दूरी घटती और बढ़ती रहती है। वहीं जब पूर्णिमा हो और चंद्रमा पृथ्वी के पास हो तो यह सुपरमून कहलाता है। इस दौरान चांद ज्यादा बड़ा और चमकीला दिखाई देता है। वहीं देखा जाए तो सुपरमून बाकी पूर्णिमा से 16 फीसदी ज्यादा चमकदार दिखता है। वहीं 30 अगस्त को सुपरमून भी है और साथ ही ब्लू मून भी है, इस कारण इसे सुपर ब्लू मून कहा जा रहा है। बुधवार को इस महीने की दूसरी पूर्णिमा होगी। पहला सुपरमून इस महीने पहली तारीख को था। वहीं आमतौर पर साल में 12 फुल मून होते थे, लेकिन कभी-कभी एक अधिक भी हो जाता था।
इस समय देखा जा सकेगा सुपर ब्लूमून
सुपर ब्लूमन सबसे अच्छा सूर्यास्त के बाद दिखाई देगा। मतलब 30 अगस्त की रात को 8 बजकर 36 के आसपास चांद सबसे ज्यादा चमकीला दिखाई देगा। आपको बता दें कि सुपर ब्लूमन दस साल में केवल एक बार दिखाई देते हैं। कई बार यह 20 वर्षों में भी दिखाई दे सकते हैं। वहीं नासा के अनुसार अगला ब्लू सुपरमून 2037 में दिखाई देगा।
वहीं ज्योतिष और खगोल विज्ञान के मुताबिक चंद्रमा की कलाओं का चक्र औसतन एक महीने तक चलता है। इसलिए हर साल 12 पूर्णिमा पड़ती हैं। साथ ही देखा जाए तो चंद्रमा के चरणों को पूरा होने में वास्तव में 29.5 दिन का समय लगता हैं। मतलब 12 चंद्र चक्रों को पूरा करने में केवल 354 दिन का समय लगता है। इसलिए हर ढ़ाई साल में एक साल के भीतर 13वीं पूर्णिमा को ही ब्लू मून कहा जाता है।