Roza Kin Cheezon Se Toot Jata Hai: रमजान का महीना मुसलमानों के लिए बहुत ही पवित्र होता है। यह इस्लामी कैलेंडर का नौंवा महीना होता है। इस महीने में लोग रोजा रखते हैं, यानी सूरज निकलने से लेकर सूरज डूबने तक कुछ भी नहीं खाते-पीते हैं। लेकिन रोजा सिर्फ भूखा-प्यासा रहने का नाम नहीं, बल्कि खुदा की इबादत करने और बुरी आदतों से दूर रहने का तरीका है। वहीं, रोजा रखने के कुछ नियम होते हैं, जिन्हें न मानने पर रोजा टूट सकता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि किन गलतियों से रोजा टूट जाता है। साथ ही, जानिए अगर रोजा टूट जाए तो इसका कफ्फारा (मुआवजा) कैसे अदा करें…
क्या करने से रोजा टूट जाता है?
- अगर कोई जानबूझकर कुछ खा-पी ले, तो इससे उसका रोजा टूट जाता है। लेकिन अगर कोई भूल से खा-पी ले, तो इससे रोजा नहीं टूटता है।
- जानबूझकर उल्टी करने से भी रोजा टूट जाता है। लेकिन तबियत की खराबी की वजह से अगर उल्टी हो जाए तो उससे रोजा नहीं टूटता है।
- अगर कोई रोजे के दौरान शारीरिक संबंध बना ले, तो इससे रोजा टूट जाएगा। इस हालत में बाद में रोजे की कजा (मुआवजा) रखने के साथ-साथ कफ्फारा भी देना पड़ता है। हालांकि माथे पर किस करने से रोजा नहीं टूटता है।
- अगर कोई ऐसा इंजेक्शन लगवाता है जिससे शरीर को ताकत मिले, तो इससे रोजा टूट जाता है। लेकिन अगर इंजेक्शन सिर्फ इलाज के लिए लिया गया है, तो उससे रोजा नहीं टूटता है।
- अगर महिलाओं को रोजे के दौरान माहवारी (पीरियड्स) शुरू हो जाए, तो उनका रोजा टूट जाता है। ऐसे में महिलाएं अपने छूटे हुए रोजे बाद में अदा कर सकती हैं।
- बीड़ी, सिगरेट, हुक्का पीना या पान-गुटखा खाने से भी रोजा टूट जाता है। लेकिन अगर कोई जख्म लगने से शरीर से खून निकल जाए, तो इससे रोजा नहीं टूटता है।
- अगर रोजे की हालत में कोई अगरबत्ती या लोबान का धुआं जानबूझकर सूंघता है, तो उसका रोजा टूट सकता है। लेकिन इत्र लगाने से रोजे पर कोई असर नहीं पड़ता।
- अगर वुजू (अब्देस्ट) करते समय कुल्ली करते वक्त गलती से पानी अंदर चला जाए, तो रोजा टूट जाएगा और बाद में उसकी कजा करनी होगी।
- रोजे के दौरान अगर कोई अपनी नाक या कान में दवा या ड्रॉप डालता है, तो रोजा टूट सकता है।
- अगर कोई रोजे में च्युइंग गम चबाता है या ब्रश करते समय पानी अंदर चला जाता है, तो इससे रोजा टूट सकता है। बेहतर है कि ब्रश सहरी से पहले या इफ्तार के बाद किया जाए, और अगर दिन में दांत साफ करने की जरूरत हो तो मिस्वाक (दांतुन) का इस्तेमाल करें।
रोजा टूट जाए तो उसका कफ्फारा कैसे करें?
अगर किसी का रोजा जानबूझकर टूट गया या उसने बिना किसी ठोस वजह के छोड़ दिया, तो उसे इसका कफ्फारा (मुआवजा) देना होगा। इसके लिए तीन तरीके बताए गए हैं। दरअसल, रोजे का कफ्फारा अदा करने के लिए ये कहा गया है कि या तो एक गुलाम आजाद किया जाए, या 60 दिनों तक लगातार रोजा रखा जाए या फिर 60 गरीबों को खाना खिलाया जाए या फिर जो कुछ अल्लाह ने आपको अता किया है, अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार जरूरतमंदों को दान करें।
यह भी पढ़ें…
डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।