परीक्षा में पास होने का नुस्खा बताने वाले चर्चित कथावाचक प्रदीप मिश्रा का अब एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वो प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए कह रहे हैं कि अगर मोदी हैं, तभी हिंदू है।  

इस वीडियो में कथावाचक प्रदीप मिश्रा कहते हैं कि कुछ लोग 24 घंटे पीएम मोदी के पीछे पड़े रहते हैं…ले-देकर। वो नहीं होगा तो रोओगे। भगवान राम से प्रार्थना करना कि ऐसा पीएम तुमको मिला है…नरेन्द्र मोदी जैसा प्रधानमंत्री मिला है।  

दिग्विजय सिंह ने साधा निशाना: प्रदीप मिश्रा के इस वीडियो पर सियासी घमासान शुरू हो गया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कथा वाचक प्रदीप मिश्रा पर निशाना साधते हुए कहा है कि मोदी प्रसंग हमारे किस धार्मिक ग्रंथ का अंग है? इसके साथ ही कांग्रेस नेता ने कहा, ‘आप कह रहे हैं कि मोदी हैं तो हिंदू हैं। क्या हिंदुओं का अस्तित्व मोदी जी के जन्म लेने के बाद हुआ है? 

क्या आप मोदी प्रचार कर रहे? दिग्विजय सिंह ने एक के बाद एक कई ट्वीट किये। उन्होंने लिखा, ‘सनातन धर्म जिसे अब हिंदू धर्म भी कहा जाता है… हजारों साल पुराना है। अनंत है। आपके यह वचन हमारे सनातन धर्म, उसकी मान्यता, परंपरा, संस्कार व संस्कृति के विरुद्ध हैं। आप धार्मिक कथा कह रहे हैं या मोदी जी का प्रचार कर रहे हैं?

कौन हैं प्रदीप मिश्रा? कथा वाचक प्रदीप मिश्रा मूल रूप से मध्यप्रदेश के सिहोर के रहने वाले हैं। उन्होंने अपने नाम के साथ भी इसे जोड़ा है। प्रशंसकों के बीच ‘प्रदीप मिश्रा सिहोर वाले’ के नाम से भी जाने जाते हैं। उनके फॉलोअर्स में तमाम दिग्गज नेताओं का नाम शुमार है।

यूजर्स भी दे रहे प्रतिक्रिया: प्रदीप मिश्रा के वायरल वीडियो पर तमाम लोग भी अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कैप्टन पांडे नाम के यूजर ने लिखा है कि ‘ये भी मोदी जी की भक्ति में लीन हैं। पंडित जी कृपया व्यास गद्दी को अपमानित न करें। संविधान बदलने और मोदी है तो हिन्दू है… जैसे प्रवचन क्या राज्य सभा की जाने की तैयारी का हिस्सा हैं। शर्मनाक।’

देवेन्द्र योगी नाम के यूजर ने लिखा है कि एक कथावाचक को ऐसे अप्रिय शब्दों से बचना चाहिए। मोदी तो एक ना एक दिन हट ही जाएंगे फिर क्या हिन्दू धर्म समाप्त हो जाएगा। एक ज्ञानी तो ऐसे शब्द अपने मुंह से नहीं निकाल सकता है।

कार्तिकेय नाम के यूजर ने लिखा कि किसी भी कथा में या तो भागवत या रामकथा आदि होती है लेकिन ये कथा वाचक आजकल इन सब प्रसंगों को छोड़कर मोदी कथा सुनाने लगते हैं। मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के पहले पिछली सरकारों में भी बड़े बड़े संत प्रवचन देते थे।