Budh Dosh Ke Upay/ Vani Dosh Ke Upay: ज्योतिष शास्त्र में यह माना जाता है कि कुंडली में बुध अगर सही स्थिति यानी उच्च स्थिति में न हो तो व्यक्ति को वाणी दोष और बुध दोष सहना पड़ता है। इन दोषों की वजह से हकलाना, तुतलाना, बोलने में आत्मविश्वास की कमी, त्वचा के रोग, बालों के रोग और खुद को दूसरों से कमतर समझना शामिल हैं। इनसे बचने के लिए ज्योतिष शास्त्र में उपाय बताए गए हैं।
बुधवार के उपाय (Budhvaar Ke Upay)
जो लोग बुध दोष या वाणी दोष के प्रभाव से परेशान हैं उन्हें देवी दुर्गा की आराधना करनी चाहिए। साथ ही संभव हो तो दुर्गा स्तुति या दुर्गा सप्तशती का पाठ भी करें। दुर्गा स्तुति में यह बताया गया है कि उसका नियमित पाठ करने से ग्रहों के दुष्प्रभावों से मुक्ति मिलती है। साथ ही रोजाना ‘ऊं ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे’ मंत्र का जाप करें।
घर के पूर्व दिशा में लाल झंडा लगायें। ज्योतिष शास्त्र की मानें तो इस उपाय से बुध ग्रह के नकारात्मक प्रभावों से मुक्ति मिलती है। साथ ही बुध दोष और वाणी दोष से परेशान जातक को सोने के आभूषण जरूर पहनने चाहिए। अगर सोना न पहन पाएं तो निश्चित तौर पर तांबे के आभूषण पहनें। अधिक-से-अधिक हरे रंग के कपड़े पहनें और साथ ही हरे रंग की वस्तुएं दान करें।
घर में चौड़े पत्ते वाले पौधे लगायें और घर के मुख्य द्वार पर पंचपल्लव का तोरण लगाएं। इस तोरण के सूख जाने पर दोबारा ताजे पत्तों का तोरण लगाएं। इस उपाय को बहुत प्रभावशाली माना जाता है। विद्वानों का कहना है कि इससे बहुत जल्द बुध दोष और वाणी दोष से मुक्ति मिलती है।
विशेष तौर पर बुध दोष से मुक्ति पाने के लिए 100 ग्राम चावल में चने की दाल मिलाकर बहते जल, नदी या नहर में प्रवाहित करें। इस उपाय को लगातार सात सप्ताह करने से लाभ मिलता है। इसके अलावा अपनी कनिष्ठा उंगली में पन्ना रत्न धारण करें। बुधवार के दिन गाय को घास या हरा चारा खिलाएं।
बुधवार के दिन भगवान गणपति को सिंदुर अर्पित करें। साथ ही उन्हें दूर्वा की 11 या 21 गांठ भगवान गणेश के 11-21 नाम लेते हुए चढ़ाने से फल जल्दी मिलता है। संभव हो तो इस दिन मूंग की हरी दाल किसी गरीब, मजदूर या जरुरतमंद को दें।