योगी आदित्य नाथ ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ 19 मार्च को ली थी लेकिन उन्हें शपथ ग्रहण समारोह की जानकारी महज एक दिन पहले ही दी गई थी। योगी आदित्य नाथ ने यह बात बीते बुधवार (29 मार्च) को लखनऊ में कही थी। योगी आदित्य नाथ लखनऊ में तीन दिन के बाबा रामदेव के यूपी योगा महोत्सव के उद्घाटन के लखनऊ पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा- “अमित शाह ने मुझे बताया कि कल शपथ ग्रहण समारोह है। लेकिन मेरे पास सिर्फ दो जोड़े वस्त्र के थे। ऐसी स्थिति में अगर मैंने न कहा होता तो इसका मतलब यह होता कि बच निकलने की कोशिश कर रहा हूं। इसकी बाद मैं लखनऊ में भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल की मीटिंग में हिस्सा लेने के लिए वहुंच गया था। गोरखपुर मठ के प्रमुख और गोरखपुर सीट से पांच बार सांसद रहे आदित्य नाथ ने यह भी कहा कि वह तो एक फकीर हैं जो भिक्षा पाकर अपना जीवन बीताता था, लेकिन जनता ने मुझे पूरा राज्य ही सौंप दिया।
बाबा राम देव और योगी आदित्य नाथ यूपी योगा महोत्सव के मौके पर साथ-साथ नजर आए। दोनों मंच पर एक-दूसरे से गले भी मिले। इसी दौरान उन्होंने(आदित्य नाथ) ने यह भी कहा था कि नमाज और सूर्य नमस्कार समान हैं, दोनों की मुद्राएं एक जैसी हैं। उन्होंने कहा- “सूर्या नमस्कार में जितने आसान हैं, जितनी मुद्रायें हैं, प्राणायाम की जो क्रियाए हैं उन सब को हम अगर देखें तो वे हमारे मुस्लिम बंधु जो नमाज़ पढ़ते हैं, उससे मिलते जुलते हैं। एक दूसरे के साथ कितना बेहतर समन्वय है लेकिन कभी उसको जोड़ने का प्रयास नहीं किया है।”
साथ ही उन्होंने योग को एक महत्वपूर्ण शारीरिक व्यायाम भी बताया जिसमें आसान भी है, प्राणायाम भी है और ध्यान भी है। इसके अलावा आदित्य नाथ ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले की भी तारीफ की। वहीं बाबा रामदेव ने कहा कि देश में बहुत दिनों बाद योग को इतना महत्व मिला है। देश की आज़ादी के 70 साल बाद पहली बार बड़े रूप में योग और योगी गौरवान्वित हुए हैं। इसके अलावा आदित्य नाथ ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले की भी तारीफ की और कहा कि राज्य के 22 करोड़ लोगों के हित में कोई भी फैसला लेने से वे पीछे नहीं हटेंगे।