हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सोमवार को कहा कि वर्तमान शैक्षणिक सत्र से कक्षा एक से 10वीं तक के स्कूली पाठ्यक्रम में योग को शामिल कर लिया गया है। मुख्यमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर यहां आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘…हमने इस साल कक्षा एक से 10 वीं के पाठ्यक्रम में योग को शामिल किया है ताकि बच्चे इसे अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनायें।’’

उन्होंने कहा, ‘‘जैसे हमें ऑक्सीजन, भोजन और जल की आवश्यकता है वैसे ही हमारे तन को स्वस्थ बनाये रखने के लिए योग का अपना महत्व है। योगाभ्यास की आदत को आत्मसात करने और बचपन से ही इसे छात्रों के जीवन का हिस्सा बनाने के लिए हमने इस साल से स्कूली पाठ्यक्रम में इसे शामिल करने का फैसला किया है।’’ दिसंबर में हरियाणा सरकार ने घोषणा की थी कि अगले अकादिमक सत्र से सभी सरकारी स्कूलों में योग को अलग विषय के तौर पर शामिल किया जायेगा। खट्टर ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य योग को जमीनी स्तर तक पहुंचाना है और लोगों को इसे अपनी जीवनशैली का हिस्सा बनाने के लिए प्रेरित करना है।

उन्होंने कहा, ‘‘हमने 1000 गांवों में योग और व्यायामशाला स्थापित करने का फैसला किया है। अब तक 550 गांवों में इसकी स्थापना हुई है और शेष गांवों में काम जारी है तथा 22 योग प्रशिक्षक भी नियुक्त किये जायेंगे।’’

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर राज्य भर में 22 जिलों में 1100 स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। हर स्थल पर कोविड नियमों का पालन करते हुए 50 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं।

इस बीच हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने भी अंबाला में एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। पंचकुला में आयोजित एक कार्यक्रम में हरियाणा के विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा, ‘‘स्वस्थ रहने के लिए हमें रोज योग करना चाहिए।’’

मालूम हो कि 21 जून की तारीख ने पिछले कुछ ही बरस में इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान हासिल कर लिया है। अन्य तमाम घटनाओं के अलावा यह तारीख छह वर्ष पहले अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में इतिहास में दर्ज हुई जब भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने का आह्वान किया और देखते ही देखते दुनिया के तमाम देश इस मुहिम में शामिल हो गए।

भारत सहित दुनिया भर में 21 जून को योग दिवस का त्यौहार मनाया जाता है और सभी इसमें बढ़ चढ़कर शिरकत करते हैं। 21 जून के दिन की एक खासियत है कि यह वर्ष के 365 दिन में सबसे लंबा दिन होता है और योग के निरंतर अभ्यास से व्यक्ति को लंबा जीवन मिलता है इसलिए इस दिन को योग दिवस के रूप में मनाने का निर्णय किया गया।