DUSU Election: 27 सितंबर को होने वाले दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव की सरगर्मी बढ़ने लगी हैं। सभी संगठनों ने डीयू के कॉलेजों में जनसंपर्क अभियान तेज करने के साथ-साथ तमाम कार्यक्रम भी शुरू कर दिए हैं। इसी बीच, दिल्ली हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है। इसमें मांग की गई कि दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन के चुनाव में महिलाओं को आरक्षण दिए जाने का निर्देश दिया जाए।
इस याचिका पर बुधवार को कार्यवाहक मुख्य न्यायधीन मनमोहन और जस्टिस तुषार राव गेडेला की बेंच सुनवाई कर सकती है। पीआईएल दायर करने वाली शबाना हुसैन ने कहा कि छात्र संघ चुनाव में धन और बाहुबल का ज्यादा इस्तेमाल होता है। इसकी वजह से महिलाओं की भागीदारी काफी कम होती है। इन चिताओं को ध्यान में रखते हुए हुसैन ने कहा कि 27 सितंबर को होने वाले चुनावों में आरक्षण के जरिये महिलाओं की भागीदारी तय करने के लिए हाईकोर्ट का रुख किया है। छात्र संघ चुनाव के लिए नॉमिनेशन की प्रक्रिया 17 सितंबर को शुरू होने वाली है।
एबीवीपी-एनएसयूआई कैसे कर रहे डूसू चुनाव की तैयारी
अब डूसू चुनाव की तैयारी की बात करें तो कांग्रेस की एनएसयूआई छात्रों के बीच गूगल फॉर्म बांट रही है। वहीं आरएसए के समर्थन वाली एबीवीपी ने राम यात्रा का आयोजन किया। यह यात्रा रविवार को निकली। एबीवीपी के सदस्य और डूसू के संयुक्त सचिव सचिन बैसला ने कहा कि उन्होंने अयोध्या तक यात्रा का नेतृत्व किया।
कांग्रेस ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के लिए 26 campaigners की सूची जारी की
उन्होंने यह भी कहा कि यात्रा दोपहर डेढ़ बजे नॉर्थ कैंपस से शुरू हुई और हम लखनऊ होते हुए अयोध्या तक पहुंचे और 10 सितंबर को वापस पहुंचे। बासला ने जोर देकर यह भी कहा कि यह एक भक्ति यात्रा थी और इसका राजनीति से कोई भी लेना देना नहीं है।
एनएसयूआई उम्मीदवार यश नांदल ने कहा कि हम एक पहल कर रहे हैं जिसके तहत पूरे विश्वविद्यालय में एक गूगल फॉर्म बांटा जाएगा। हम उन मुद्दों को अपने घोषणापत्र में शामिल करेंगे। वहीं, इस साल के प्रचार के मुद्दों पर एनएसयूआई सदस्य और डूसू के वर्तमान उपाध्यक्ष अभि दहिया ने कहा कि साफ पानी से लेकर कई तरह के मुद्दे हैं। एबीवीपी ने घोषणापत्र में शामिल किए जाने वाले एजेंडे का खुलासा नहीं किया है। उम्मीदवारों के लिए नामांकन 17 सितंबर को होगा और वोटिंग के एक दिन बाद 28 सितंबर को चुनाव के नतीजे घोषित किए जाएंगे।